High Court Petition: बिहार विधानसभा चुनाव में अब हाईकोर्ट की भी एंट्री हो गई है. असल में मोहनिया से राजद उम्मीदवार श्वेता सुमन और घोसी से आरएलजेपी उम्मीदवार राकेश कुमार सिंह ने अपने नामांकन रद्द होने के फैसले को चुनौती देते हुए पटना उच्च न्यायालय में याचिका दायर की है.
सामने आई खबरों के मुताबिक श्वेता सुमन का नामांकन उनके जाति प्रमाण पत्र में तकनीकी त्रुटि के आधार पर खारिज किया गया था, जबकि राकेश कुमार सिंह का नामांकन आपराधिक इतिहास वाले कॉलम में सही का निशान न लगाने के कारण खारिज किया गया था.
नामांकन बहाल करने की मांग
दोनों याचिकाएं अधिवक्ता अवनीश कुमार ने दायर की थीं. उन्होंने शीघ्र सुनवाई का अनुरोध किया, जिसके बाद न्यायमूर्ति अभिषेक ए. रेड्डी की एकल पीठ ने मामलों की सुनवाई के लिए 1 नवंबर (शनिवार) की तारीख तय की. दोनों उम्मीदवारों ने चुनाव अधिकारियों के फैसले को मनमाना और अनुचित बताते हुए अपने नामांकन बहाल करने की मांग की है.
दिल्ली से बनाया जा रहा दबाव
बता दें कि मोहनीया विधानसभा सीट से नामांकन रद्द होने के बाद श्वेता सुमन का रोते हुए वीडियो वायरल हुआ था. उस दौरान श्वेता सुमन ने आरोप लगाया कि दिल्ली से दबाव के चलते यह फैसला लिया गया है. उन्होंने कहा कि बीजेपी , पीएम मोदी और अमित शाह इस दबाव के पीछे हैं.
#WATCH कैमूर, बिहार | आरजेडी नेता श्वेता सुमन मीडिया से बात करते हुए रो पड़ीं, उन्होंने दावा किया कि मोहनिया विधानसभा क्षेत्र से उनकी उम्मीदवारी रद्द कर दी गई है। pic.twitter.com/PetWigUxQp
— ANI_HindiNews (@AHindinews) October 22, 2025
उस दौरान उन्होंने कहा था कि, आरओ और सीओ पर दिल्ली से लगातार दबाव बनाया जा रहा था. उन्हें यह फैसला लेने के लिए मजबूर किया गया. श्वेता सुमन ने कहा था कि वो इस मामले को कोर्ट में लेकर जाएंगी.
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