Year Ender 2025 Bollywood: मनोरंजन के नजरिए से 2025 एक शानदार साल साबित हुआ है. अलग-अलग जॉनर की कई फिल्में रिलीज हुई है. जिन्होंने दर्शकों का खूब मनोरंजन किया और बॉक्स ऑफिस पर भी सफल रहीं है. हालांकि यह साल विवादों से भी खाली नहीं रहा है. कंगना रनौत की ‘इमरजेंसी’ से लेकर ‘धुरंधर’ तक, कई फिल्में रिलीज से पहले या बाद में विवादों में फंस गई है.
कुछ पर कहानी को लेकर आरोप लगे कुछ पर स्टार कास्ट की वजह से, और कुछ पर इतिहास को तोड़ने-मरोड़ने या धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने का आरोप लगा. इतना ही नही कुछ फिल्मों पर कोर्ट ने बैन लगा दिया, जबकि दूसरों के खिलाफ FIR दर्ज की गई. 2025 में विवादों में फंसी फिल्मों की लिस्ट काफी लंबी थी.
इमरजेंसी (Emergency)
कंगना रनौत की ‘इमरजेंसी’ 17 जनवरी को रिलीज हुई थी. 1975 की इमरजेंसी पर आधारित इस फिल्म में कंगना ने इंदिरा गांधी का रोल निभाया था. रिलीज से पहले ही इस पर ऐतिहासिक तथ्यों को तोड़ने-मरोड़ने के आरोप लगे. सिख संगठनों समेत कई संगठनों ने विरोध प्रदर्शन किया। इसके बावजूद फिल्म रिलीज हुई, कंगना की एक्टिंग की तारीफ हुई, लेकिन यह बॉक्स ऑफिस पर अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाई.
छत्रपति (Chatrapathi)
विक्की कौशल स्टारर ‘छत्रपति’ 14 फरवरी को सिनेमाघरों में रिलीज हुई. छत्रपति संभाजी महाराज की बहादुरी पर आधारित यह फिल्म अपने ट्रेलर रिलीज के साथ ही विवादों में घिर गई. संभाजी के एक गाने में डांस करने और ऐतिहासिक तथ्यों को तोड़ने-मरोड़ने के आरोप लगे. महाराष्ट्र के मंत्रियों और संगठनों ने विरोध प्रदर्शन किया है. मेकर्स ने विवादित डांस सीक्वेंस हटा दिया, लेकिन बहस जारी रही है.
जाट (Jaat)
सनी देओल और रणदीप हुड्डा की एक्शन फिल्म ‘जाट’ 10 अप्रैल को रिलीज हुई. एक चर्च सीन को लेकर ईसाई समुदाय नाराज हो गया, जिस पर धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने का आरोप लगा था. फिल्म के सीन को लेकर शिकायत दर्ज की गई, और विरोध प्रदर्शनों के बाद मेकर्स ने विवादित सीन हटा दिया है.
फुले (Phule)
प्रतीक गांधी और पत्रलेखा स्टारर ‘फुले’ 25 अप्रैल को सिनेमाघरों में रिलीज हुई (पहले की तारीख 11 अप्रैल थी). ज्योतिराव और सावित्रीबाई फुले की बायोपिक पर ब्राह्मण समुदाय को गलत तरीके से दिखाने के आरोप लगे. नाराज ब्राह्मण संगठनों ने विरोध प्रदर्शन किया है. रिलीज टली और सेंसर बोर्ड ने कई कट्स लगाए.
हरि हर वीरा मल्लू (Hari Hara Veera Mallu)
पवन कल्याण की ‘हरि हर वीरा मल्लू’ में मुदिराज समुदाय ने विरोध किया, यह दावा करते हुए कि यह किरदार उनके समुदाय के एक लोक नायक जैसा दिखता है. फिल्म को काल्पनिक बताया गया था, लेकिन बहुजन समूहों ने इस पर ऐतिहासिक विरासत को तोड़ने का आरोप लगाया. यह फिल्म 24 जुलाई को सिनेमाघरों में रिलीज हुई थी.
उदयपुर फाइल्स (Udaipur Files )
‘उदयपुर फाइल्स’ 8 अगस्त को 4500 स्क्रीन पर रिलीज हुई थी. इसे शुरू में 11 जुलाई को रिलीज करने का प्लान था. 2022 के कन्हैया लाल हत्याकांड पर आधारित इस फिल्म पर नफरत फैलाने और मुस्लिम समुदाय को गलत तरीके से दिखाने का आरोप लगा. दिल्ली हाई कोर्ट ने इस पर रोक लगा दी थी, लेकिन कानूनी लड़ाई के बाद इसे रिलीज किया गया है. सेंसर बोर्ड ने 55 सीन हटा दिए थे.
द बंगाल फाइल्स (The Bengal Files)
विवेक रंजन अग्निहोत्री की ‘द बंगाल फाइल्स’ 5 सितंबर को रिलीज हुई. 1946 की हिंसा पर आधारित इस फिल्म पर प्रोपेगेंडा होने का आरोप लगा. हिंदू नरसंहार को दिखाने वाली इस फिल्म का पश्चिम बंगाल में भी ज़ोरदार विरोध हुआ.
अबीर गुलाल (Aabeer Gulaal)
पुलवामा हमले के बाद पाकिस्तानी एक्टर फवाद खान और वाणी कपूर की ‘अबीर गुलाल’ को भारत में बैन कर दिया गया था. पाकिस्तानी कलाकारों की मौजूदगी के कारण इसे रिलीज नहीं किया गया है. यह फिल्म 12 सितंबर को रिलीज होने वाली थी.
धुरंधर (Dhurandhar)
आदित्य धर की ‘धुरंधर’ 5 दिसंबर को सिनेमाघरों में रिलीज हुई. मेजर मोहित शर्मा के परिवार ने दावा किया कि यह फिल्म उनके बेटे पर आधारित है और उनकी इजाजत के बिना फिल्माई गई है. नाराज परिवार वाले कोर्ट गए, लेकिन सेंसर बोर्ड ने इसे काल्पनिक बताते हुए क्लियर कर दिया. रणवीर सिंह, अर्जुन रामपाल, आर माधवन, अक्षय खन्ना, सारा अर्जुन और राकेश बेदी स्टारर इस फिल्म ने कई बॉक्स ऑफिस रिकॉर्ड तोड़े हैं और इसकी काफी तारीफ हो रही है.