India China Relations: इस बार प्रधानमंत्री का चीन दौरा भारत और चीन के लिए कई मायनों में खास रहा है। ट्रंप के टैरिफ और ट्रेड वॉर के बीच हुए एससीओ शिखर सम्मेलन में रूस-भारत और चीन की अनोखी जुगलबंदी देखने को मिली। इस शिखर सम्मेलन में पीएम मोदी ने कई देशों के नेताओं से मुलाकात की।
इसकी तस्वीरें भी सामने आईं। सबसे खास बात यह रही कि इस बार पीएम मोदी ने चीनी राष्ट्रपति जिनपिंग के अलावा चीन के चाणक्य केई ची से भी मुलाकात की, जिसने खूब सुर्खियां बटोरीं। इस मुलाकात की अहमियत का अंदाजा आप इसी बात से लगा सकते हैं कि चीनी मीडिया से लेकर भारतीय मीडिया तक, हर जगह इसकी चर्चा हुई।
बता दें कि केई ची चीन के सबसे प्रभावी लोगों में से एक हैं। इसके अलावा उन्हें चीनी राजनीति में बेहद गंभीर व्यक्तित्व के लिए भी जाना जाता है। इसकी वजह से पीएम मोदी और उनकी मुलाकात चीन-भारत संबंधों के नए अध्याय की शुरुआत के तौर पर देखी जा रही है।
कौन हैं केई ची?
केई ची को चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग का दाहिना हाथ कहा जाता है। उनके बारे में यह भी कहा जाता है कि वे कभी न हंसने वाले व्यक्ति हैं। इसके अलावा, वे आम लोगों की पहुँच से भी दूर रहते हैं। केई ची चीन में कई महत्वपूर्ण पदों पर हैं। यह कहना गलत नहीं होगा कि केई ची को बीजिंग में एक शक्तिशाली और प्रभावशाली व्यक्ति माना जाता है।
केई ची की पीएम मोदी से मुलाकात
खबरों की मानें तो चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने खुद केई ची को पीएम मोदी से मिलने के लिए कहा है। इसके बाद तियानजिन में यह बड़ी मुलाकात हुई। केई ने पीएम मोदी से 45 मिनट से ज़्यादा समय तक मुलाकात की और दोनों दिग्गज एशियाई देशों के बीच संबंधों को सामान्य बनाने पर बातचीत हुई।
मुलाकात के दौरान केई ने मोदी को बताया कि राष्ट्रपति शी ने उन्हें दोपहर का खाना खिलाने के लिए कहा था, लेकिन फिर उन्हें पता चला कि मोदी को खाना ज़्यादा पसंद नहीं है। दिलचस्प बात यह रही कि गंभीर दिख रहे केई इस मुलाकात के दौरान मुस्कुराते हुए नजर आए।
फ़िलहाल, इस बात की जानकारी सामने नहीं आई है कि दोनों नेताओं की मुलाकात में किन मुद्दों पर चर्चा हुई। लेकिन विशेषज्ञ इस मुलाकात को भारत-चीन संबंधों को बेहतर बनाने की दिशा में एक अहम कदम बता रहे हैं।