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क्या रोका जा सकता था 9/11 आतंकी हमला? राष्ट्रपति ट्रंप के एक दावे ने अमेरिका में मचा दी सनसनी

9/11 Terrorist Attack: अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने दावा किया है कि उन्होंने यूएस में हुए 9/11 आतंकी हमले को लेकर पहले ही चेतावनी दे दी थी.

By: Shubahm Srivastava | Published: October 6, 2025 11:06:51 PM IST



Trump On 9/11 Terrorist Attack: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) ने एक नया दावा कर दिया है. रविवार को ट्रंप ने कहा कि उन्होंने 11 सितंबर, 2001 के हमलों से एक साल पहले अल-क़ायदा चीफ ओसामा बिन लादेन के बारे में चेतावनी दी थी, और कहा कि “वह ज़्यादा श्रेय नहीं लेना चाहते थे”. उन्होंने ज़ोर देकर कहा कि उन्होंने 9/11 के हमलों की भविष्यवाणी की थी और अगर किसी ने उनकी चेतावनियों पर ध्यान दिया होता, तो वो नरसंहार को रोक सकते थे.

लादेन को लेकर ट्रंप का दावा

अमेरिकी राष्ट्रपति ने वर्जीनिया में अमेरिकी नौसेना की 250वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में आयोजित एक विशेष समारोह में अपने भाषण में कहा, ‘ याद रखें कि मैंने ओसामा बिन लादेन के बारे में वर्ल्ड ट्रेड सेंटर पर बम विस्फोट करने से ठीक एक साल पहले लिखा था. और मैंने कहा था, ‘आपको ओसामा बिन लादेन पर नजर रखनी होगी. लेकिन मैंने एक साल पहले कहा था कि मैंने ओसामा बिन लादेन नाम के किसी व्यक्ति को देखा था और मुझे वह पसंद नहीं आया. और आपको उसका ध्यान रखना होगा’.

क्या है दावों के पीछे की सच्चाई? 

गौरतलब है कि ट्रंप ने अपने दावों के विपरीत, 9/11 के हमलों की भविष्यवाणी नहीं की थी. 2000 की शुरुआत में, नरसंहार से 18 महीने पहले, ट्रंप ने ‘द अमेरिका वी डिज़र्व’ नामक एक किताब लिखी थी, जिसमें ओसामा बिन लादेन का संक्षिप्त उल्लेख था. हालाँकि, किताब में अल-क़ायदा नेता को अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए ख़तरा बताया गया था.

बता दें कि 11 सितंबर, 2001 को अल-क़ायदा के आतंकवादियों द्वारा जेट विमानों का अपहरण करके वर्ल्ड ट्रेड सेंटर, पेंटागन और पेंसिल्वेनिया के एक मैदान में अलग-अलग विमानों को दुर्घटनाग्रस्त करने से लगभग 3,000 लोग मारे गए थे. यह अमेरिकी धरती पर हुआ सबसे घातक आतंकवादी हमला था.

ओसामा बिन लादेन का अंत

मई 2011 में, अमेरिकी नौसेना के सील्स (SEAL’s) ने एक अभियान चलाया जिसमें ओसामा बिन लादेन और उसके साथियों को मार गिराया गया, जो पाकिस्तान के सैन्य शहर एबटाबाद के एक सुरक्षित घर में छिपे हुए थे.

यह मिशन तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा द्वारा अधिकृत किए जाने के बाद अंजाम दिया गया था, जिन्होंने मिशन के खत्म होने के बाद ओसामा बिन लादेन के मारे जाने की घोषणा की थी.

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