Turkey Hypersonic Ballistic Missile: ऑपरेशन सिंदूर में पाक सेना की मदद करने वाले देशों में तुर्किए सबसे आगे था। उस दौरान उसी ने मुनीर की सेना को एडवांस ड्रोन और हथियार दिए थे। लेकिन भारत ने उन सभी को हवा में ही मार गिराया। एर्दोगन पाक की मदद कर लगातार भारत से दुश्मनी बढ़ा रहे हैं। भारत भी तुर्किए के दुश्मन देशों से अपने रिश्ते मजबूत कर रहा है, जिसमें ग्रीस भी शामिल है।
तुर्किए पाक सेना को सैन्य सहयोग भी करता है। अब इसी कड़ी में तुर्किए की रक्षा क्षेत्र की अग्रणी कंपनी रोकटसन (Roketsan) ने तायफुन ब्लॉक-4 नाम की बैलिस्टिक मिसाइल तैयार की है। मंगलवार (22 जुलाई 2025) को इस मिसाइल का प्रर्दशन भी किया गया। कंपनी की तरफ से दावा किया गया है कि ये एक नई पीढ़ी की मिसाइल है।
तायफुन ब्लॉक-4 की विशेषताएं
तुर्किए की इस नई मिसाइल की ताकत की बात करें तो इसका वजन लगभग 2,300 किलोग्राम है। इसकी लंबाई 6.5 मीटर. ये 800 किमी दूर तक टारगेट पर जाकर हमला कर सकती है। इस हिसाब से ये दुनिया की एडवांस बैलिस्टिक मिसाइलों की श्रेणी में आती है।
तायफुन ब्लॉक-4 की हाइपरसोनिक स्पीड है, जो साउंड की गति से 5 गुना अधिक मानी जाती है. इस मिसाइल की गति और गतिशीलता इतनी एडवांस है कि यह दुश्मन के एयर डिफेंस सिस्टम को चकमा देने में सक्षम है। रोकटसन ने बयान में कहा कि तायफुन ब्लॉक-4 तुर्किए के राष्ट्रीय मिसाइल विकास कार्यक्रम की मजबूत कड़ी भी है।
मिसाइल में लगी हुई है बूस्ट-ग्लाइड टेक्नोलॉजी
यह मिसाइल ताइफुन श्रृंखला का सबसे उन्नत संस्करण है, जिसमें बहुउद्देश्यीय वारहेड लगा है। 7 टन से ज़्यादा वज़नी यह मिसाइल एक ही हमले में कई रणनीतिक ठिकानों को निशाना बना सकती है। यह मिसाइल कमांड और कंट्रोल सेंटर, वायु रक्षा प्रणालियों, सैन्य हैंगर और महत्वपूर्ण सैन्य ढाँचों को नष्ट करने की क्षमता रखती है।
ब्लॉक-4 संस्करण की सबसे बड़ी खासियत इसकी बूस्ट-ग्लाइड तकनीक है, जिसमें उच्च नियंत्रण और लक्ष्य पर तेज़ी से हमला करने की क्षमता है। तुर्की वही देश है जिसने भारत के खिलाफ संघर्ष में पाकिस्तान की मदद की थी, जिसमें उसने पाकिस्तान को ड्रोन समेत कई हथियार दिए थे।