SCO Summit 2025: तियानजिन में एससीओ शिखर सम्मेलन के दौरान पीएम मोदी ने मालदीव के राष्ट्रपति मुइज़्ज़ू से मुलाकात की है। इस बात की जानकारी खुद पीएम मोदी ने एक्स पर दी है। पीएम मोदी ने अपनी पोस्ट में लिखा है कि, तियानजिन में एससीओ शिखर सम्मेलन के दौरान मालदीव के राष्ट्रपति मुइज़्ज़ू से बातचीत की। मालदीव के साथ भारत का विकासात्मक सहयोग हमारे लोगों के लिए अत्यंत लाभकारी है।
मुइज़्ज़ू के अलावा पीएम मोदी ने नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली से भी मुलाकात की है। इसको लेकर उन्होंने X पर एक पोस्ट में लिखा, “तियानजिन में नेपाल के प्रधानमंत्री श्री केपी ओली से मिलकर बहुत खुशी हुई। नेपाल के साथ भारत के संबंध बहुत गहरे और विशेष हैं।”
Interacted with President Muizzu of Maldives on the sidelines of the SCO Summit in Tianjin. India’s developmental cooperation with Maldives is greatly beneficial for our people.@MMuizzu pic.twitter.com/DyQJH77Snc
— Narendra Modi (@narendramodi) August 31, 2025
शी जिनपिंग और पीएम मोदी की मुलाकात
प्रधानमंत्री मोदी शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए वर्तमान में चीन के कज़ान में हैं, जहाँ उन्होंने चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक की। इस बैठक में, दोनों नेताओं ने द्विपक्षीय संबंधों में सकारात्मक माहौल का स्वागत किया और स्पष्ट किया कि भारत और चीन विकास साझेदार हैं, प्रतिद्वंद्वी नहीं।
इसके अलावा, पीएम मोदी ने द्विपक्षीय संबंधों की प्रगति के लिए सीमावर्ती क्षेत्रों में शांति और स्थिरता को आवश्यक बताया है। भारत और चीन दोनों ने पिछले वर्ष हुए डिसइंगेजमेंट पर संतोष व्यक्त किया और सीमा विवाद का न्यायसंगत और स्वीकार्य समाधान खोजने की अपनी प्रतिबद्धता दोहराई।
Delighted to meet Nepal PM Mr. KP Oli in Tianjin. India’s relations with Nepal are deep-rooted and very special.@kpsharmaoli pic.twitter.com/2PBj3LRyRK
— Narendra Modi (@narendramodi) August 31, 2025
दोनों देशों के बीच इन चीजों पर बनी बात
इस मुलाकात के बाद दोनों देशों के बीच कैलाश मानसरोवर यात्रा की बहाली के अलावा वीजा सुविधा और सीधी उड़ानों को लेकर बात बनी है। इसके अलावा व्यापार घाटा कम करने और निवेश बढ़ाने पर भी सहमति बनी।
आतंकवाद के मुद्दे पर बढ़ाएंगे सहयोग
खास बात ये है कि दोनों देशों के बीच आतंकवाद और निष्पक्ष व्यापार जैसे वैश्विक मुद्दों पर सहयोग बढ़ाने पर भी चर्चा हुई। आतंक का मुद्दा इसलिए अहम है क्योंकि चीन पीछे के दरवाजें से पाक को सपोर्ट करता रहा है। ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भी ये देखने को मिला, जहां पाक सेना ने चीनी मिसाइल और ड्रोन का इस्तेमाल किया था, लेकिन भारतीय सेना ने सभी को मार गिराया था।
SCO Summit 2025: स्वर्ग की नदी क्यों कहलाता है तियानजिन, जानिए इस ऐतिहासिक शहर की दिलचस्प कहानी!