PM Modi in China: भारतीय पीएम शंघाई सहयोग संगठन (SCO) शिखर सम्मेलन के लिए चीन के दौरे पर हैं। इस दौरान एक फोटो की चर्चा खूब हो रही है। ये फोटे एक कार के अंदर की है। जहां पीएम मोदी (PM MODI) और रूस के राष्ट्रपति पुतिन (Putin) एक साथ दिखाई दे रहे हैं। इस तस्वीर को पीएम मोदी ने खुद पोस्ट किया है। अब उस कार की खूब चर्चा हो रही है जिसमे पीएम मोदी और पुतिन साथ बैठे थे। आपको बता दें कि इस कार का नाम होंगकी (Hongqi L5) है। जो चीन की सबसे शानदार और खास कार है। इस कार का इंतजाम चीन के द्वारा भारतीय पीएम और रूस के राष्ट्रपति के लिए किया गया था। तो चलिए जानते है ये आखिर क्यों खास है।
क्यों खास है ये कार ?
इस कार की अहमियत का अंदाज़ा आप इसी बात से लगा सकते हैं कि इसी कार का इस्तेमाल चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग (xi jinping) अपने आधिकारिक दौरों में करते हैं।अब जब मोदी चीन पहुँचे हैं, तो उनके लिए भी यही खास कार रिजर्व की गई है।
1958 में किया गया था लॉन्च
बता दें कि 1958 में कम्युनिस्ट पार्टी के नेताओं के लिए बनी होंगकी (Hongqi) का चीनी भाषा (मैंडरिन) में मतलब लाल झंडा होता है। यह ब्रांड चीन की सरकारी कंपनी फर्स्ट ऑटोमोबाइल वर्क्स (FAW) के अंतर्गत चलता है और इसे 1958 में लॉन्च किया गया था। शुरुआत से ही इसे चीन के मेड इन चाइना सपने का प्रतीक माना जाता था।
कम्युनिस्ट पार्टी के नेताओं के लिए बनाया गया था कार
इसे पहले सिर्फ़ कम्युनिस्ट पार्टी के शीर्ष नेताओं के लिए बनाया गया था। 1981 में इसका उत्पादन बंद कर दिया गया था, लेकिन 1990 के दशक के मध्य में फिर से काम शुरू हुआ। आज, इसका सबसे बड़ा और सबसे पहचाना जाने वाला मॉडल Hongqi L5 है, जो राष्ट्रपति और विशेष विदेशी मेहमानों के लिए आरक्षित है।
कार की खासियत
Hongqi L5 को अक्सर चीन की रोल्स रॉयस कहा जाता है। इसकी लंबाई लगभग 5.5 मीटर (18 फीट) और वज़न 3 टन से ज़्यादा है। इसमें 6.0-लीटर V12 टर्बो इंजन है, जो 400 से ज़्यादा हॉर्सपावर देता है। यह कार लगभग 8.5 सेकंड में 0 से 100 किमी/घंटा की रफ़्तार पकड़ लेती है और इसकी अधिकतम गति लगभग 210 किमी/घंटा है। सुरक्षा के लिए इसमें ऑल-व्हील ड्राइव, अडैप्टिव क्रूज़ कंट्रोल, 360-डिग्री कैमरे और पार्किंग सेंसर हैं।
कार का इंटीरियर
कार का इंटीरियर पूरी तरह से वीआईपी अनुभव देता है। इसमें नप्पा लेदर सीटें, सजावटी लकड़ी का काम और यहाँ तक कि जेड (कीमती पत्थर) की जड़ाई भी है। होंगकी एल5 की कीमत लगभग 5 से 7 करोड़ रुपये है। यह न केवल चीन की सबसे महंगी प्रोडक्शन कारों में गिनी जाती है, बल्कि सबसे सुरक्षित कारों में भी गिनी जाती है। यह बुलेटप्रूफ है और विशेष रूप से नेताओं और राजनयिकों के लिए डिज़ाइन की गई है।
होंगकी का इतिहास
- 1958: पहला मॉडल CA72 लॉन्च किया गया, जिसका बाद में परेड कार के रूप में भी इस्तेमाल किया गया।
- 1963: CA770 मॉडल आया, जिसकी लगभग 1,600 इकाइयाँ बनाई गईं।
- 1970: 1970 के दशक में, माओत्से तुंग ने भी होंगकी का समर्थन किया, हालाँकि उन्होंने इसका पहली बार इस्तेमाल 1972 में निक्सन की चीन यात्रा के बाद किया था।
- 1995-2006: होंगकी ने ऑडी 100 और लिंकन टाउन कार जैसे मॉडलों को री-बैज किया।
- 2018 के बाद: ब्रांड का री-ब्रांडिंग किया गया और इसे मेड इन चाइना लक्ज़री के रूप में स्थापित किया गया।
इन नेताओं ने किया इस्तेमाल
1970 के दशक में जब अमेरिकी राष्ट्रपति रिचर्ड निक्सन चीन आए थे, तो उनके और उनके साथियों के आने-जाने के लिए होंगकी का इस्तेमाल किया गया था, जो उस समय चीन-अमेरिका संबंधों में इस वाहन के महत्व को दर्शाता है। कई साल बाद, 2013 में, फ्रांसीसी राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद को भी अपनी राजकीय यात्रा के दौरान होंगकी में ले जाया गया था।

