Pakistan: आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद (JeM) ने अपनी महिला शाखा, जमात-उल-मोमिनात में एक नया चेहरा जोड़ा है. 2019 के पुलवामा हमले के मास्टरमाइंड उमर फारूक की पत्नी अफिरा बीबी को संगठन की शूरा (सलाहकार परिषद) का सदस्य नियुक्त किया गया है. अफिरा बीबी अब जैश प्रमुख मसूद अजहर की बहन सादिया अजहर के साथ जमात-उल-मोमिनात का प्रबंधन संभालेंगी.
संगठन को मजबूत करने का एक नया तरीका
खुफिया सूत्रों के अनुसार जैश की यह महिला शाखा जैश की विचारधारा को फैलाने और महिलाओं को संगठन से जोड़ने का काम कर रही है. यह आतंकवादी संगठन द्वारा अपने संगठन को मजबूत करने का एक नया तरीका है.
जैश का एक शीर्ष कमांडर
उमर फारूक जैश का एक शीर्ष कमांडर था. मार्च 2019 में कश्मीर के दाचीगाम राष्ट्रीय उद्यान क्षेत्र में भारतीय सेना के एक अभियान में वह मारा गया था. फारूक कुख्यात पुलवामा आतंकवादी हमले का मुख्य साजिशकर्ता था, जिसमें सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हुए थे.
महिला सशक्तिकरण के नाम पर तबाही मचाने की तैयारी
सूत्रों के अनुसार जैश अब महिलाओं के ज़रिए अपने नेटवर्क को मज़बूत करने की कोशिश कर रहा है. अफ़ीरा और सादिया के नेतृत्व में जमात-उल-मोमिनात “धार्मिक शिक्षा” और “सामाजिक गतिविधियों” की आड़ में महिलाओं को कट्टरपंथी बनाने की कोशिश कर रहा है. रिपोर्टों के अनुसार यह आतंकवादी संगठन का एक नया तरीका है जो कट्टरपंथ और आतंकवादी गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए “महिला सशक्तिकरण” के झूठे मुखौटे का इस्तेमाल करता है.
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पुलवामा हमला
पुलवामा हमला भारतीय सुरक्षा बलों पर हुए सबसे घातक आतंकवादी हमलों में से एक माना जाता है. यह 14 फ़रवरी, 2019 को पुलवामा ज़िले में हुआ था. इसमें 40 जवान शहीद हुए थे और कई अन्य घायल हुए थे. इस हमले का मास्टरमाइंड जैश-ए-मोहम्मद का शीर्ष कमांडर उमर फारूक था. इस हमले में एक भारी विस्फोटक उपकरण ले जा रहा एक वाहन शामिल था, जो सैनिकों के वाहन से टकरा गया. इस हमले ने भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव को और बढ़ा दिया.