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North Korea Executions: उत्तर कोरिया में विदेशी फिल्में देखने पर मिलती है मौत की सजा, रिपोर्ट पढ़ थर्रा उठेंगे आप!

Kim Jong Un: उत्तर कोरिया में विदेशी फिल्मों और टेलीविजन शोज को देखने पर मौत की सजा सुनाई जा रही है. संयुक्त राष्ट्र की एक रिपोर्ट से यह खुलासा हुआ है.

By: Sohail Rahman | Published: September 14, 2025 1:13:45 PM IST



UN Human Rights Report: उत्तर कोरिया से बेहद हैरान कर देने वाली घटना सामने आ रही है. किम जोंग उन (kim jong un) के सत्ता संभालने के बाद से मौत की सजा की संख्या में लगातार इजाफा देखने को मिल रहा है. जानकारी सामने आ रही है कि उत्तर कोरिया में विदेशी और टेलीविजन धारावाहिक देखने पर मौत की सजा की संख्या में इजाफा देखने को मिल रहा है. ये हम नहीं कह रहे है बल्कि ये संयुक्त राष्ट्र की एक रिपोर्ट (United Nations report) से सामने आई है. आपको जानकारी के लिए बता दें कि इस रिपोर्ट के अनुसार, उत्तर कोरिया का नेतृत्व दुनिया से अलग-थलग है. यहां का तानाशाही शासन अपने नागरिकों से जबरन श्रम करवा रहा है और उनकी स्वतंत्रता के अधिकार को कुचल रहा है या यूं कहें तो उनके अधिकारों को संकुचित किया जा रहा है.

संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार कार्यालय ने क्या कहा? (United Nations Human Rights Office say?)

इस पूरे मामले पर संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार कार्यालय (United Nations Human Rights Office) का कहना है कि पिछले एक दशक में उत्तर कोरिया ने नागरिकों के जीवन के सभी पहलुओं पर नियंत्रण और कड़ा कर दिया है. रिपोर्ट यह कहते हुए समाप्त होती है कि आज दुनिया की कोई भी अन्य आबादी इतने प्रतिबंधों के अधीन नहीं है. इसके अलावा इस रिपोर्ट में यह भी खुलासा हुआ है कि यहां लोगों की निगरानी के लिए बनाई गई व्यवस्था को और भी जटिल बनाया गया है, जिसकी वजह से प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में गजब का विकास देखने को मिल रहा है.

संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार आयुक्त वोल्कर तुर्क का क्या कहना है? (UN Human Rights Commissioner Volker Turk say?)

संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार आयुक्त वोल्कर तुर्क (UN Human Rights Commissioner Volker Turk) का इस बारे में कहना है कि अगर यही स्थिति बरकरार रही तो उत्तर कोरिया के लोगों को और भी अधिक पीड़ा, क्रूर दमन और भय का सामना करना पड़ेगा, जिसका वे लंबे समय से सामना कर रहे हैं. बीबीसी की यह रिपोर्ट पिछले 10 वर्षों में उत्तर कोरिया से भागे 300 से लोगों के साक्षात्कारों पर आधारित है. उनका कहना है कि उत्तर कोरिया में मृत्युदंड का प्रयोग बढ़ गया है.

फिल्म और टेलीविजन सीरीज देखने और शेयर करने पर दी जा सकती है मौत की सजा (Watching and sharing films and television series can result in death penalty)

जानकारी के अनुसार, साल 2015 से अब तक उत्तर प्रदेश में कम से कम छह नए कानून लागू किए गए हैं जिनमें मृत्युदंड का प्रावधान है. उत्तर कोरियाई शासक किम जोंग-उन लोगों की सूचना तक पहुंच को सीमित करने की कोशिश कर रहे हैं और अब विदेशी मीडिया सामग्री जैसे फ़िल्में और टेलीविज़न सीरीज़ देखने और शेयर करने पर भी मौत की सज़ा दी जा सकती है.

उत्तर कोरिया से भागे लोगों ने क्या कहा? (people who escaped from North Korea say?)

उत्तर कोरिया से भागे लोगों ने संयुक्त राष्ट्र के शोधकर्ताओं को बताया कि 2020 के बाद से विदेशी सामग्री वितरित करने पर मौत की सजा के मामलों में वृद्धि हुई है. उन्होंने बताया कि ये सजाएं सार्वजनिक रूप से गोली मारकर दी जाती हैं ताकि लोग डरें और कानून का उल्लंघन न करें. कांग ग्यूरी, जोकि साल 2023 में उत्तर कोरिया छोड़कर भाग गई थीं.

उन्होंने बीबीसी को जानकारी देते हुए बताया कि उनके तीन दोस्तों को दक्षिण कोरियाई सामग्री के साथ पकड़े जाने पर मौत की सज़ा दी गई थीं, उनकी एक 23 वर्षीय दोस्त को मौत की सज़ा सुनाई गई थी. बताया जा रहा है कि ग्यूरी इस मामले की सुनवाई के दौरान कोर्ट में हीं मौजूद थी. उन पलों को याद करते हुए उन्होंने बताया कि मुकदमे में उन्हें ड्रग अपराधियों के साथ रखा गया था. अब इन अपराधों को एक ही माना जाता है. उनका कहना है कि साल 2020 से लोगों में डर बढ़ा है.

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