Expensive Cities of 2025: दुनिया के जिन शहरों में रहना सबसे महंगा साबित हो रहा है, उनमें न्यूयॉर्क यानी (अमेरिका), ज्यूरिख (स्विट्ज़रलैंड), सिंगापुर, हांगकांग, लंदन, पेरिस और जिनेवा शीर्ष जैसी जगह शामिल हैं. अंतरराष्ट्रीय एजेंसियों और आर्थिक विश्लेषण रिपोर्ट के मुताबिक, इन शहरों में जीवन-यापन की लागत में बीते सालों की तुलना में उल्लेखनीय वृद्धि देखने को मिली है.
कई सालों से सूची में बना है न्यूयॉर्क:
जानकारी के मुताबिक न्यूयॉर्क लगातार कई सालों से सूची में बना हुआ है. यहां का आवास किराया, परिवहन और रोजमर्रा की चीज़ों की कीमतें विश्व स्तर पर सबसे ज्यादा ऊंची मानी जाती हैं.
सिंगापुर और हांगकांग जैसे एशियाई शहरों में भी सीमित भूमि और लक्जरी जीवनशैली के कारण प्रॉपर्टी की कीमतें आसमान को छू रही हैं. ज्यूरिख और जिनेवा जैसे स्विस शहरों में जीवन स्तर बहुत ज्यादा ही उच्च है. स्वास्थ्य सेवाएं, शिक्षा, और सुरक्षा बेहतरीन मानी जाती हैं, लेकिन इसके साथ खर्चे भी ज्यादा होते हैं.
लंदन में बड़ी संख्या में निवास करते हैं पर्यटक:
आपकों बता दें कि, लंदन और पेरिस यूरोप के वे शहर हैं जहां अंतरराष्ट्रीय पेशेवरों, निवेशकों और पर्यटकों की बड़ी संख्या निवास करती है. इस कारण प्रॉपर्टी रेट, वस्त्र, शिक्षा, और परिवहन सब कुछ महंगा देखने को मिलता है. रिपोर्ट्स के मुताबिक, इन शहरों में औसत व्यक्ति की मासिक आय सबसे ज्यादा है. लेकिन खर्चे बढ़ने की वजह से लोगों को कई मुश्किलों का सामना करना पड़ता है.
विशेषज्ञों के मुताबिक, वैश्विक मुद्रास्फीति (Inflation), विदेशी निवेश में वृद्धि और शहरीकरण की तेज़ रफ्तार इन शहरों में जीवन-यापन की लागत को और तेजी से बढ़ा रही है. आने वाले सालों में यह प्रवृत्ति और तेज़ हो सकती है, खासकर उन क्षेत्रों में जहां आवास की उपलब्धता सीमित है.