HTS is no more Terrorist: ट्रंप प्रशासन ने सोमवार को सीरिया के नए राष्ट्रपति अहमद अल शरा के नेतृत्व वाले समूह से आतंकवादी संगठन का दर्जा वापस ले लिया। यह सुनकर आपको झटका लगा होगा, लेकिन ट्रंप ने कुछ महीने पहले ही खाड़ी देशों की अपनी यात्रा के दौरान इसके संकेत दे दिए थे। उस समय सऊदी अरब की अपनी यात्रा के दौरान उन्होंने अहमद अल शरा से हाथ मिलाकर न सिर्फ लोगों को चौंका दिया था, बल्कि सीरिया से सभी प्रतिबंध तुरंत हटाने का वादा भी किया था। एचटीएस अब आतंकवादी संगठन नहीं रहा।
विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने क्या कहा?
सोमवार को जारी बयान में विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने कहा कि यह बदलाव मंगलवार से प्रभावी होगा और यह सीरिया की नई सरकार द्वारा उठाए गए सकारात्मक कदमों को मान्यता देता है। फेडरल रजिस्टर ने सोमवार को एक औपचारिक नोटिस प्रकाशित किया, जिसमें कहा गया कि रुबियो ने अटॉर्नी जनरल और वित्त विभाग से परामर्श के बाद 23 जून को यह फैसला लिया। यह कदम सीरिया की नई अंतरिम सरकार के साथ अमेरिका के संबंधों को बेहतर बनाने के प्रयास का हिस्सा है।
अमेरिकी सरकार की ओर से जारी नोटिस में कहा गया है कि इसे विदेशी आतंकवादी संगठनों की सूची से हटाया जा रहा है। यह फैसला ऐसे समय में लिया गया है, जब ट्रंप प्रशासन पूर्व राष्ट्रपति बशर अल-असद के शासन के दौरान लगाए गए कई अमेरिकी प्रतिबंधों को कम करने या खत्म करने की दिशा में आगे बढ़ रहा है।
क्या है HTS?
आपको जानकारी के लिए बता दें कि, यह वही समूह है, जिसे अब हयात तहरीर अल-शाम के नाम से जाना जाता है। यह समूह पहले अल-कायदा से जुड़ा था और 2017 में इससे अलग हो गया था। अलकायदा वही संगठन है, जिसने अमेरिका को 9 सितंबर के ट्विन टावर हमलों का दर्द दिया था। ट्रंप प्रशासन ने पहले इस सीरियाई संगठन को आतंकवादी संगठन घोषित किया था। हालांकि, समय बदलने के साथ ही अमेरिका अपने भीषण हमले के जख्मों को भूल गया और डोनाल्ड ट्रंप को सिर्फ वही दिखता है, जो उसके लिए फायदेमंद है।
आपको बता दें कि सीरिया के राष्ट्रपति अहमद-अल-शरा का असली नाम मोहम्मद-अल-जोलानी है। अमेरिकी वांटेड पोस्टर पर भी उसका यही नाम लिखा है। साथ ही उसे पकड़वाने वाले को करीब 85 करोड़ रुपये का इनाम भी देने का वादा किया गया था।