Indian Passport Ranking 2025: दो दशकों में पहली बार अमेरिकी पासपोर्ट दुनिया के 10 सबसे शक्तिशाली पासपोर्टों की सूची से बाहर हो गया है. कभी सबसे ज्यादा यात्रा-अनुकूल माने जाने वाले अमेरिकी नागरिकों को अब पहले से कहीं ज्यादा वीजा और यात्रा प्रतिबंधों का सामना करना पड़ रहा है. यह वैश्विक यात्रा में एक बड़े बदलाव का संकेत है. हेनले पासपोर्ट इंडेक्स के अनुसार, अमेरिकी पासपोर्ट अब मलेशिया के साथ 12वें स्थान पर है. पिछले साल यह सातवें स्थान पर था, जबकि दस साल पहले यह इस सूची में शीर्ष पर था. इस बारे में विशेषज्ञों का कहना है कि यह सिर्फ़ रैंकिंग में गिरावट नहीं है, बल्कि यह दर्शाता है कि वैश्विक यात्रा और वैश्विक परिदृश्य बदल रहा है.
हेनले पासपोर्ट इंडेक्स क्या है? (What is Henley Passport Index?)
हेनले पासपोर्ट इंडेक्स यह मापता है कि एक पासपोर्ट धारक बिना वीजा के कितने देशों की यात्रा कर सकता है. सिंगापुर के लोगों की बात करें तो यहां के लोगों को 193 देशों में वीज़ा-मुक्त यात्रा की अनुमति है, जो इस सूची में शीर्ष पर है. इसके अलावा, इस लिस्ट में दूसरे नंबर पर दक्षिण कोरिया है. जहां के लोगों को 190 देशों में बिना वीजा के यात्रा करने की अनुमति है. इसके अलावा, इस लिस्ट में तीसरे स्थान पर जापान का नाम सामने आता है. जापान के लोगों को 189 देशों में वीजा फ्री यात्रा करने की अनुमति है.
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अमेरिका की रैंकिंग (US Passport ranking)
अमेरिकी नागरिक 180 देशों में वीज़ा-मुक्त यात्रा कर सकते हैं. हालांकि, अमेरिका केवल 46 देशों के लोगों को ही वीज़ा-मुक्त प्रवेश की अनुमति देता है. हेनले एंड पार्टनर्स के अध्यक्ष क्रिश्चियन एच. कालिन का कहना है कि जो देश खुलेपन को अपनाते हैं, वे प्रगति कर रहे हैं. जो देश पुराने विशेषाधिकारों पर निर्भर हैं, वे पिछड़ रहे हैं. पिछले दस वर्षों में अमेरिकी पासपोर्ट की ताकत में गिरावट मुख्य रूप से सख्त यात्रा और आव्रजन नीतियों के कारण हुई है.
अमेरिका के इस कदम से हुआ नुकसान (damage caused by this move by America)
अमेरिका ने अनऑथराइज्ड इमिग्रेशन को रोकने के लिए कई कदम उठाए हैं, जिनमें पर्यटन पर प्रतिबंध, विदेशी कर्मचारियों पर सीमाएं लगाना और अंतरराष्ट्रीय छात्रों के लिए कड़े नियम लागू करना शामिल है. केवल अमेरिका ही नहीं, अन्य देशों ने भी अपने नियम बदले हैं. ब्राजील ने अमेरिकी, कनाडाई और ऑस्ट्रेलियाई नागरिकों के लिए वीज़ा-मुक्त प्रवेश बंद कर दिया है. चीन और वियतनाम ने अपनी नई वीज़ा-मुक्त नीति से संयुक्त राज्य अमेरिका को बाहर रखा है.
संयुक्त राज्य अमेरिका, कनाडा, ऑस्ट्रेलिया और न्यूज़ीलैंड जैसे कुछ देश अपने नागरिकों को ज़्यादा यात्रा की आज़ादी देते हैं, लेकिन दूसरों के लिए वीज़ा पर पाबंदी लगाते हैं, जिससे उनकी पासपोर्ट रैंकिंग में थोड़ी गिरावट आई है.
क्या है भारत की रैंकिंग? (What is India’s ranking?)
2025 के हेनले पासपोर्ट इंडेक्स में भारत 85वें स्थान पर आ गया है. अब भारतीय पासपोर्ट होल्डर्स सिर्फ 57 देशों में ही बिना वीजा के यात्रा कर सकते हैं. पिछले साल भारत 80वें स्थान पर था और तब भारतीय नागरिक 62 देशों में वीजा-फ्री ट्रैवल कर सकते थे. इस गिरावट का मतलब है कि भारतीय नागरिकों को अब यात्रा में ज्यादा प्रतिबंधों का सामना करना पड़ रहा है. यह बदलाव सिर्फ वीजा नियमों में बदलाव नहीं है, बल्कि यह दिखाता है कि देशों के बीच अच्छे राजनयिक रिश्ते और समझौते कितने जरूरी हैं, ताकि ट्रैवल करना आसान हो सके.
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