Israel Hamas War: गाजा के इजरायली नियंत्रण वाले राफा क्षेत्र में छिपे हमास के लड़ाकों ने इजरायल के समक्ष आत्मसमर्पण करने से साफ इनकार कर दिया है, जिससे एक महीने पुराने युद्धविराम पर खतरा मंडराने लगा है. हमास की सैन्य शाखा अल-कस्साम ब्रिगेड ने रविवार को जारी बयान में कहा कि वह युद्धविराम की निरंतरता बनाए रखने के लिए मध्यस्थों से हस्तक्षेप की अपील कर रही है. समूह ने इजरायल को तनाव बढ़ाने और गाजा के नागरिकों को निशाना बनाने के लिए जिम्मेदार ठहराया.
हथियार डालें हमास लड़ाके
रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक, संकट खत्म करने के लिए मध्यस्थ देशों ने एक समझौते का प्रस्ताव रखा है, जिसके तहत राफा में मौजूद हमास लड़ाके अपने हथियार जमा कर गाजा के अन्य हिस्सों में स्थानांतरित हो सकते हैं. वहीं मिस्र ने सुझाव दिया है कि यदि लड़ाके सुरक्षित मार्ग चाहते हैं तो वे अपने हथियार मिस्र को सौंप दें और भूमिगत सुरंगों के नेटवर्क की जानकारी साझा करें ताकि उन्हें नष्ट किया जा सके.
मध्यस्थों को निभानी होगी अपनी जिम्मेदारी – अल-कस्साम ब्रिगेड
अल-कस्साम ब्रिगेड ने अपने बयान में कहा कि “मध्यस्थों को अपनी जिम्मेदारी निभानी चाहिए और इजरायल को तुच्छ बहाने बनाकर युद्धविराम तोड़ने से रोकना होगा.” समूह ने चेतावनी दी कि अगर राफा में झड़पें जारी रहीं तो संघर्ष फिर भड़क सकता है.
युद्धविराम के बाद से इजरायली सेनाओं पर हुए हमलें
गौरतलब है कि 10 अक्टूबर को अमेरिका की मध्यस्थता से लागू हुए युद्धविराम के बाद भी राफा में इजरायली सेनाओं पर दो बार हमले हुए हैं, जिनका आरोप इजरायल ने हमास पर लगाया, हालांकि हमास ने जिम्मेदारी से इनकार किया. इसके जवाब में हुई इजरायली कार्रवाई में कई फिलिस्तीनी मारे गए.
इजरायली सैनिक का शव सौंपेगा अल-कस्साम ब्रिगेड
इसी बीच, अल-कस्साम ब्रिगेड ने घोषणा की है कि वह मारे गए इजरायली सैनिक हदर गोल्डिन का शव रविवार को इजरायल को सौंपेगी. युद्धविराम के बाद अब तक हमास ने 28 मृत बंधकों में से 23 के शव लौटा दिए हैं, जबकि इजरायल ने 300 फिलिस्तीनी शव गाजा प्रशासन को सौंपे हैं.
क्षेत्रीय स्वास्थ्य अधिकारियों के अनुसार, रविवार को खान यूनिस के पास इजरायली हवाई हमले में एक फिलिस्तीनी की मौत हुई. हालांकि, इस घटना पर इजरायली सेना की ओर से कोई टिप्पणी नहीं की गई है.