Gaza Peace Plan: शांति समझौते के बाद भी हमास गाजा में सत्ता में बना रहेगा. हमास ने एक बयान में इस बात के संकेत दिए हैं. यह बयान ऐसे समय में आया है जब हमास और इज़राइल के बीच शांति समझौते के पहले चरण की घोषणा हो चुकी है. इस समझौते के तहत, हमास अपने कैदियों को इज़राइल को सौंप देगा जबकि इज़राइल गाजा से अपने सैनिकों को वापस बुला लेगा. इस समझौते की घोषणा स्वयं राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने की. ट्रम्प वार्ता का नेतृत्व कर रहे हैं, जबकि कतर, तुर्की और मिस्र इस समझौते में प्रमुख भूमिका निभा रहे हैं.
हमास का बयान
गाजा समझौते के बाद हमास ने एक आधिकारिक बयान जारी किया है. इस बयान में लोगों से अनुरोध किया गया है कि वे तब तक गाजा की यात्रा न करें जब तक वे ऐसा न कहें. हमास का कहना है कि इज़राइल पर भरोसा नहीं किया जा सकता और सभी को अत्यधिक सावधानी से आगे बढ़ना चाहिए.
हमास ने अपने बयान में कहा कि इज़राइल का असली उद्देश्य गाजा से हमास का सफाया करना है, लेकिन वह युद्ध के ज़रिए ऐसा करने में विफल रहा. अब वह एक शांति समझौते के ज़रिए इस उद्देश्य को हासिल करना चाहता है.
हमास के राजनीतिक ब्यूरो प्रमुख अबू सुहैब ने एक अलग बयान में कहा कि इज़राइल के साथ बातचीत इसलिए हो रही है क्योंकि वे नरसंहार को रोकना चाहते हैं. इज़राइल अपने असली मकसद में कामयाब नहीं हो पाएगा.
इज़राइल क्या चाहता है ?
एक्सियोस के अनुसार, इज़राइल चाहता है कि हमास गाजा से पूरी तरह हट जाए. हमास लड़ाकों से अपने हथियार डालने को भी कहा गया है, जिस पर हमास ने अभी तक सहमति नहीं जताई है. बुधवार को जब अमेरिकी दूत बातचीत के लिए मिस्र पहुंचे तो उन्हें हमास के इरादों का पता चला.
युद्धविराम को कई हिस्सों में बांटा
इसके बाद अमेरिकी दूत ने युद्धविराम को कई हिस्सों में बांट दिया. पहले चरण में केवल बंधकों की रिहाई शामिल है. इसके बाद, बाकी मुद्दों को सुलझाने की कोशिश की जाएगी. कतर हमास की ओर से पैरवी कर रहा है. कतर के वार्ताकारों का कहना है कि जो हमास सदस्य अहिंसक तरीके से रहना चाहते हैं, उन्हें रहने दिया जाना चाहिए.