Trump Tariff on India: भारत पर लगाए गए टैरिफ (Tariff) पर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की आलोचना शुरू हो गयी है। पहले अमेरिकी अपील कोर्ट ने इसे अवैध बताया तो वहीं अमेरिका के पूर्व अब भारत पर लगाए गए टैरिफ (Tariff) को लेकर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) चौतरफा घिरते नजर आ रहे हैं। एक तरफ अमेरिकी अपील कोर्ट ने इन टैरिफ को अवैध घोषित कर दिया है, वहीं दूसरी तरफ अमेरिका के पूर्व राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन ने इसे लेकर ट्रंप पर तीखा हमला बोला है। सुलिवन ने चेतावनी दी है कि ट्रंप का यह ‘बड़ा टैरिफ हमला’ वर्षों से बन रहे रणनीतिक संबंधों को नुकसान पहुंचा सकता है और भारत को अमेरिका से दूर और चीन के करीब ले जा सकता है।
सुलिवन ने क्या कहा?
द बुलवर्क पॉडकास्ट में बातचीत के दौरान सुलिवन ने कहा कि ट्रंप की नीतियों के कारण आज अमेरिका अपने सहयोगियों की नजर में ‘बड़ा विघ्नहर्ता’ बन गया है। उन्होंने कहा कि पहले वाशिंगटन को एक स्थिर और विश्वसनीय साझेदार माना जाता था, लेकिन अब कई देश उसे अविश्वसनीय मान रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘जब मैं विभिन्न देशों के नेताओं से मिलता हूं, तो वे कहते हैं कि हमें अमेरिका से ‘जोखिम कम’ करना होगा। अब अमेरिका को एक भरोसेमंद देश नहीं माना जाता। इसके विपरीत, चीन की छवि सुधर रही है और वह लोकप्रियता में अमेरिका से आगे निकल गया है। दुनिया में अमेरिकी ब्रांड बुरी तरह गिर गया है।’
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भारत पर लगाए गए टैरिफ पर क्या बोले सुलिवन?
सुलिवन ने भारत को डोनाल्ड ट्रंप की इस नीति का सबसे स्पष्ट उदाहरण बताया। उन्होंने कहा कि अमेरिका ने भारत के साथ अपनी साझेदारी मजबूत करने की कोशिश की थी ताकि वह चीन के बढ़ते प्रभाव का सामना कर सके। लेकिन टैरिफ में अचानक हुई बढ़ोतरी ने इस रिश्ते को कमजोर कर दिया है। सुलिवन ने कहा, ‘हम भारत के साथ एक दीर्घकालिक और गहरे रिश्ते बनाना चाहते थे। लेकिन अब ट्रंप ने जो बड़ा व्यापारिक हमला किया है, उसके बाद भारत सोच रहा है कि शायद हमें बीजिंग जाकर चीन के साथ बैठना होगा ताकि हम अमेरिका के खिलाफ संतुलन बना सकें।’
ट्रंप ने टैरिफ को ठहराया सही
आपको जानकारी के लिए बता दें कि अमेरिका ने हाल ही में भारतीय निर्यात पर 50 प्रतिशत टैरिफ लगाया है, जो किसी भी देश पर लगाया गया सबसे ज्यादा शुल्क है। यह 27 अगस्त से लागू हो गया है। इस फैसले से भारतीय कपड़ा, आभूषण और यांत्रिक उपकरण जैसे क्षेत्रों को बड़ा नुकसान होने की संभावना है। इससे भारत में रोजगार और विकास दर खत्म में हैं। हालांकि, ये देखने को मिल रहा है कि ट्रंप हमेशा अपने द्वारा लगाए गए टैरिफ को सही ठहराने की कोशिश करता है। भारत पर लगाए गए टैरिफ के बारे में उनका कहना है कि यह भारत द्वारा रूसी तेल की लगातार खरीद के खिलाफ की गई जवाबी कार्रवाई है।