US Venezuela Conflict: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हाल ही में खुलासा किया कि अमेरिकी सेना ने वेनेजुएला के तट से दूर अंतरराष्ट्रीय जलक्षेत्र में एक ड्रग तस्करी करने वाले जहाज पर हमला किया, जिसमें छह लोग मारे गए. ट्रंप ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्रुथ सोशल पर कहा कि अमेरिकी खुफिया एजेंसियों ने पुष्टि की है कि जहाज एक निर्दिष्ट ड्रग तस्करी मार्ग से गुजर रहा था और एक अवैध ड्रग-आतंकवादी नेटवर्क से जुड़ा था.
अब तक हमलों में 27 लोग मारे जा चुके हैं
यह हालिया हमला अमेरिका की एक नई रणनीति का हिस्सा है, जिसके तहत वह ड्रग तस्करी को राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा मानता है. समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार, सितंबर 2025 से अब तक ऐसे हमलों में 27 लोग मारे जा चुके हैं. अमेरिका इन अभियानों को ड्रग्स के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय प्रयासों का हिस्सा बता रहा है, लेकिन इनके राजनीतिक निहितार्थ गहरे होते जा रहे हैं.
ड्रग कार्टेल आतंकवादी संगठन घोषित
ट्रंप प्रशासन ने कांग्रेस को एक ज्ञापन भेजा जिसमें कहा गया कि अमेरिका अब ड्रग कार्टेल के खिलाफ एक “गैर-अंतर्राष्ट्रीय सशस्त्र संघर्ष” में लगा हुआ है. इन कार्टेल को आतंकवादी संगठन घोषित किया गया है, और अमेरिकी सेना उनके सदस्यों को “अवैध लड़ाकों” के रूप में मानेगी. हालाँकि, ज्ञापन में यह स्पष्ट नहीं किया गया है कि किन कार्टेलों को निशाना बनाया जाएगा या किसी व्यक्ति को आतंकवादी नेटवर्क से संबंधित के रूप में पहचानने के मानदंड क्या होंगे.
वेनेज़ुएला ने लगाए US पर गंभीर आरोप
दूसरी ओर, वेनेज़ुएला के राष्ट्रपति निकोलस मादुरो ने अमेरिका पर गंभीर आरोप लगाए हैं. उनका कहना है कि अमेरिका वेनेज़ुएला सरकार को अस्थिर करने और लैटिन अमेरिका में अपनी सैन्य उपस्थिति बढ़ाने के लिए ड्रग कार्टेल का इस्तेमाल कर रहा है. हाल ही में, वेनेज़ुएला के रक्षा और विदेश मंत्रालयों ने अमेरिकी युद्धक विमानों की कथित अवैध घुसपैठ की निंदा की.
विदेश मंत्री इवान गिल के अनुसार, 2 अक्टूबर, 2025 को वेनेज़ुएला तट से लगभग 75 किलोमीटर दूर अमेरिकी युद्धक विमान देखे गए. वेनेज़ुएला ने इसे अपनी संप्रभुता का उल्लंघन और अंतर्राष्ट्रीय कानून का उल्लंघन बताया है.
यह विवाद केवल मादक पदार्थों की तस्करी तक सीमित नहीं है. विश्लेषकों का कहना है कि यह घटना अमेरिका और वेनेज़ुएला के बीच गहराते भू-राजनीतिक शक्ति संघर्ष का संकेत देती है, जहां मादक पदार्थों के खिलाफ लड़ाई राजनीतिक और रणनीतिक प्रभाव का एक साधन बनती जा रही है.
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