Donald Trump: भारत को लेकर अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने फिर बड़ा बयान दिया है। ट्रंप ने कहा कि हमें लगता है कि हमने भारत और रूस को खो दिया है। हमने भारत और रूस को चीन के हाथों में खो दिया है।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शुक्रवार, 5 सितम्बर को अपने बयान से सबको हैरान कर दिया है उन्होंने कहा कि उन्होंने यानी उनके देश अमेरिका ने भारत और रूस को खो दिया है। उन्होंने लिखा है कि दोनों देश चीन के प्रभाव में आ गए हैं। दरअसल अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सोशल मीडिया पर लिखा कि, “ऐसा लगता है कि हमने भारत और रूस को सबसे गहरे और अंधकारमय चीन के हाथों खो दिया है। उनका भविष्य दीर्घ और समृद्ध हो!” इसके साथ ही उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग की एक तस्वीर भी शेयर की, जो चीन के तियानजिन में आयोजित SCO शिखर सम्मेलन की है। इस SCO सम्मलेन ने दुनियाभर का ध्यान खींचा है खासकर पुतिन और PM मोदी के बीच की मुलाक़ात।
आपको बता दें कि इससे पहले भी 3 सितंबर को ट्रंप ने ट्रुथ पर लिखा था इसमें उन्होंने कहा , “सबसे बड़ा सवाल यह है कि क्या चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग उस अपार समर्थन और “रक्त” का ज़िक्र करेंगे जो अमेरिका ने चीन को एक बेहद अमित्र विदेशी आक्रमणकारी से आज़ाद कराने के लिए दिया था। चीन की विजय और गौरव की खोज में कई अमेरिकी शहीद हुए। मुझे उम्मीद है कि उनके साहस और बलिदान के लिए उन्हें उचित सम्मान और स्मरण दिया जाएगा! यह राष्ट्रपति शी जिनपिंग और चीन के अद्भुत लोगों के लिए एक महान और चिरस्थायी उत्सव का दिन हो। कृपया व्लादिमीर पुतिन और किम जोंग उन को मेरी हार्दिक शुभकामनाएँ पहुँचाएँ, क्योंकि आप अमेरिका के खिलाफ़ साजिश रच रहे हैं।”
टैरिफ़ लगाने को लेकर विशेषज्ञ दे रहे थे ट्रम्प को चेतावनी
जब ट्रंप ने भारत पर टैरिफ़ लगाया तो खुद अमेरिकी विशेषज्ञ भी हैरान रह गए। उन्होंने ट्रंप को चेतावनी दी कि ऐसा करके वह भारत को रूस और चीन के पक्ष में जाने के लिए मजबूर कर रहे हैं। संयुक्त राष्ट्र में अमेरिका की पूर्व राजदूत निक्की हेली ने भी इन नीतियों पर सवाल उठाए थे। उन्होंने कहा था कि अमेरिका-भारत संबंध जिस राह पर बढ़ रहे हैं, वह बेहद चिंताजनक है।
निक्की हेली ने लिखा कि ट्रंप प्रशासन का उद्देश्य चीन से प्रतिस्पर्धा करना और ताकत के दम पर शांति स्थापित करना है। इन लक्ष्यों को हासिल करने के लिए अमेरिका-भारत संबंधों को पटरी पर लाना बेहद ज़रूरी है। लेकिन पिछले कुछ हफ़्तों में स्थिति तेज़ी से बिगड़ी है। ट्रंप प्रशासन ने भारत को रूस से तेल ख़रीदने पर 25% टैरिफ़ लगाने की धमकी दी है, जबकि भारतीय वस्तुओं पर पहले ही इतना टैरिफ़ लगाया जा चुका है।
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पूर्व अमेरिकी एनएसए ने भी चेतावनी दी
पूर्व अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) जेक सुलिवन ने भी राष्ट्रपति ट्रंप पर पाकिस्तान में अपने परिवार के व्यापारिक सौदों को फ़ायदा पहुँचाने के लिए भारत के साथ अमेरिका के संबंधों को ख़तरे में डालने का आरोप लगाया। पूर्व राष्ट्रपति बाइडेन के कार्यकाल के इस अधिकारी ने वाशिंगटन-नई दिल्ली संबंधों को ख़त्म करने के ट्रंप के कदम को अमेरिका के अपने हितों के लिए एक “बड़ी रणनीतिक क्षति” बताया।
जब एक अमेरिकी अदालत ने भी टैरिफ को असंवैधानिक घोषित कर दिया, तब व्हाइट हाउस में एक रेडियो शो में और फिर मीडिया से बात करते हुए, ट्रंप अपनी ज़िद पर अड़े रहे।

