China Supplying Weapons: चीन इस समय ऐसा काम कर रहा है, जिससे भारत और इज़राइल दोनों की टेंशन बढ़ने वाली है। दरअसल, एक तरफ ड्रैगन पाकिस्तान को पनडुब्बी देकर उसे मज़बूत कर रहा है। वहीं दूसरी तरफ, ईरान को मिसाइलें देकर इज़राइल की मुश्किलें बढ़ा रहा है।
अब इसी कड़ी में, इज़राइली अखबार येदिओथ अहरोनोथ ने खुफिया रिपोर्टों का हवाला देते हुए दावा किया है कि चीन और ईरान के बीच सैन्य सहयोग तेज़ी से बढ़ रहा है। इसके अलावा, इज़राइल के लिए सबसे बड़ी खतरे की घंटी यह है कि चीन सतह से सतह पर मार करने वाली मिसाइलों के निर्माण में ईरान की मदद कर रहा है।
पाक को लगातार मजबूत कर रहा चीन
ईरान के अलावा, चीन भारत में तनाव पैदा करने के लिए पाकिस्तान को लगातार सैन्य मदद दे रहा है। इसी कड़ी में, चीन ने आठ उन्नत हंगोर श्रेणी की पनडुब्बियों में से तीसरी पनडुब्बी पाकिस्तान को सौंप दी है। इसका उद्घाटन समारोह गुरुवार को चीन के हुबेई प्रांत के वुहान शहर में हुआ। इससे पहले, चीन ने मार्च में पाकिस्तान को दूसरी पनडुब्बी सौंपी थी। इससे साफ है कि चीन लगातार पाकिस्तान की नौसैनिक ताकत बढ़ा रहा है। यह ऐसे समय में हुआ है जब चीनी विदेश मंत्री भारत दौरे पर आने वाले हैं।
पाकिस्तान को मिली नई पनडुब्बियों के समय पर गौर करें तो यह काफी अहम है। ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारत ने पाकिस्तान को करारा झटका दिया था। इसके बाद असीम मुनीर ने चीन का दौरा किया था। इस दौरे में उन्हें चीन ने पाकिस्तान में चीनी नागरिकों की सुरक्षा न कर पाने के लिए फटकार लगाई थी।
तेल के बदले ईरान को मिसाइल दे रहा चीन
कुछ रिपोर्टों में दावा किया गया है कि चीन ईरान को तेल के बदले मिसाइलें दे रहा है। दोनों के बीच यह दोस्ती ऐसे समय में बढ़ रही है जब जून में ईरान और इज़राइल के बीच 12 दिनों तक चले भीषण युद्ध में ईरान की मिसाइल क्षमता काफी हद तक कमज़ोर हो गई थी। इज़राइल को डर है कि चीन की मदद से ईरान एक बार फिर अपनी मिसाइल क्षमता बढ़ा लेगा।
यूरोपीय खुफिया एजेंसियों को भी हाल के दिनों में चीन-ईरान सहयोग बढ़ने के संकेत मिले हैं। हालाँकि चीन ने अभी तक हथियारों की आपूर्ति की बात स्वीकार नहीं की है, लेकिन उसकी कार्रवाइयों से पता चलता है कि वह ईरान की मिसाइल क्षमताओं को फिर से स्थापित कर रहा है।