Brazil President Lashes Out On Donald Trump: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप इन दिनों चारों तरफ से कई देशों का गुस्सा झेलना पड़ रहा है। उन्होंने ताकत के घमंड में आकर कई देशों को दबाने की कोशिश की है और टैरिफ (America Tarrif Policy) थोपने जैसे कई फैसले लिए…अब हालात ऐसे हैं कि ट्रंप को कई देशों की नाराजगी झेलनी पड़ रही है। अब ब्राजील के राष्ट्रपति लूला दा सिल्वा (Lula da Silva) ने खुलेआम ट्रंप की बेइज्जती कर डाली है। उन्होंने भारत (India) और पीएम मोदी (PM Modi) को ऊपर रखते हुए अमेरिकी राष्ट्रपति को उनकी मौजूदा असलियत देखने को मजबूर कर दिया है।
Lula da Silva ने ऐसा क्या कहा?
ब्राजील के राष्ट्रपति लूला दा सिल्वा हाल ही में मीडिया के सामने टैरिफ के मुद्दे पर बात कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने साफ कर दिया कि टैरिफ पर तनातनी सुलझाने के लिए उन्हें ट्रंप के बात करने में कोई दिलचस्पी नहीं है। उन्होंने इस दौरान पीएम मोदी से दोस्ती जगजाहिर कर दी है। सिल्वा ने अपने बयान में कई ऐसी बातें कही हैं, जिसे सुनकर ट्रंप को आखें लाल हो सकती हैं।
ट्रंप ने ब्राजील पर भी टैरिफ बम फोड़ा है और 50 प्रतिशत का टैरिफ लगाया है, जिस पर सिल्वा ने ट्रंप पर हमला बोला है। ट्रंप ने ब्राजील पर टैरिफ थोपने के बाद एक बयान में कहा था कि ब्राजील की लीडरशिप उन्हें कभी भी कॉल कर सकती है।
‘I’m NOT going to call Trump to negotiate’ – Lula
Brazilian Prez. says Trump has no interest in talking
He also reveals what he’ll be saying to Putin, Xi, and Modi pic.twitter.com/GCUlnsvviA
— RT (@RT_com) August 5, 2025
Trump को जबाव देते हुए लिया PM Modi और Xi Jinping का नाम
इसी पर जवाब देते हुए सिल्वा ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में गुस्से में चिल्लाते हुए कह दिया कि वो ट्रंप को कॉल करने का ऑफर रिजेक्ट करते हैं और इसके बजाय रियो डी जेनेरो अपने हितों की रक्षा के लिए विश्व व्यापार संगठन जैसे प्लेटफॉर्म की मदद लेगा। उन्होंने कहा कि ‘मैं ट्रंप को कॉल नहीं करूंगा क्योंकि वो बात नहीं करना चाहते हैं। मैं शी जिनपिंग, प्राइम मिनिस्टर मोदी और पुतिन को इस वक्त कॉल कर सकता हूं’।
हालांकि, उन्होंने इतनी नाराजगी में ये साफ कर दिया है कि वो COP30 में ट्रंप को आमंत्रित करने वाले हैं। और जलवायु मुद्दे पर उनकी राय मांगने के लिए खुलकर बात करेंगे। ये सम्मेलन ब्राजील के बेलम शहर में नवंबर में आयोजित किया जाएगा। बता दें कि ट्रंप ये कांड ब्रिक्स देशों से चिढ़ में कर रहे हैं। उनका दावा है कि ये देश डॉलर को कमजोर करने की कोशिश कर रहे हैं।