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रूस-यूक्रेन जंग पर Trump का खतरनाक प्लान, EU से की भारत-चीन पर 100% टैरिफ लगाने की मांग

Trump Demand to EU: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने यूरोपियन संघ (EU) से मांग की है कि वो भारत और चीन पर 100 प्रतिशत टैरिफ लगाएं।

By: Sohail Rahman | Last Updated: September 10, 2025 8:36:13 AM IST



Donald Trump Tariffs: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) ने एक बार फिर रूस के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। ट्रंप ने यूरोपीय संघ (EU) के अधिकारियों से साफ कह दिया है कि अगर वे व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) पर दबाव बनाना चाहते हैं, तो चीन और भारत पर 100% तक टैरिफ लगाएं। बताया जा रहा है कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की इस नई रणनीति का मकसद उन देशों को निशाना बनाना है जो रूस से तेल खरीदकर उसकी अर्थव्यवस्था को सहारा दे रहे हैं।

अंतरराष्ट्रीय समाचार एजेंसी रॉयटर्स ने एक अमेरिकी अधिकारी और एक यूरोपीय राजनयिक के हवाले से बताया कि ट्रंप ने यूरोपीय संघ के प्रतिबंध दूत डेविड ओ’सुलिवन और अन्य अधिकारियों के साथ एक कॉन्फ्रेंस कॉल के दौरान यह मांग की।

भारत-चीन पर साधा निशाना (Targeted India-China)

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इसके पीछे एक तर्क दिया है। जिसमें उन्होंने कहा कि रूस की अर्थव्यवस्था चीन और भारत जैसे देशों की वजह से चल रही है, ऐसा इसलिए क्योंकि चीन और भारत बड़ी मात्रा में रूसी कच्चा तेल खरीद रहे हैं। इस वजह से अमेरिका यूरोपीय संघ से कह रहा है कि इन देशों पर 100 प्रतिशत तक टैरिफ लगाकर दबाव बनाए। इसके अलावा, अमेरिका ने यूरोपीय संघ को यह भी संकेत दिया है कि अगर ब्रुसेल्स ऐसा करता है, तो वाशिंगटन भी इस कदम का समर्थन करेगा। यूरोपीय संघ के एक राजनयिक ने कहा कि वे मूलतः यही कह रहे हैं कि हम ऐसा करेंगे, लेकिन आपको हमारे साथ ऐसा करना होगा।

ट्रंप कई मौकों पर यूरोप को कठघरे में भी खड़ा कर चुके हैं। उनका कहना है कि यूरोपीय संघ ने रूस से ऊर्जा आयात पूरी तरह से बंद नहीं किया है। पिछले साल, रूस से यूरोपीय संघ की गैस आपूर्ति लगभग 19% थी। हालांकि यूरोपीय संघ (EU) का कहना है कि वह जल्द ही इस निर्भरता को समाप्त कर देगा।

क्या यूरोपीय संघ अपनी रणनीति बदलेगा? (Will the EU change its strategy?)

अब तक यूरोपीय संघ रूस को अलग-थलग करने के लिए आर्थिक प्रतिबंधों पर ज्यादा ध्यान केंद्रित करता रहा है। लेकिन ट्रंप का यह नया प्रस्ताव उसे टैरिफ-आधारित रणनीति अपनाने पर मजबूर कर सकता है। वित्तीय समाचार पत्र फ़ाइनेंशियल टाइम्स के अनुसार, ट्रंप इससे पहले भी कई बार भारत और चीन पर टैरिफ बढ़ाने की धमकी दे चुके हैं। आपको जानकारी के लिए बता दें कि डोनाल्ड ट्रंप ने पहले भारतीय उत्पादों पर 25 प्रतिशत तक का टैरिफ लगाया था और फिर रूस से तेल खरीदने की वजह से 25 प्रतिशत की एक्स्ट्रा टैरिफ लगा दी। इस तरह, वर्तमान समय में भारतीय उत्पादों पर अमेरिकी टैरिफ बढ़कर 50 प्रतिशत हो गई है।

ट्रंप की दोहरी नीति आई सामने (Trump’s double policy came to the fore)

सबसे दिलचस्प बात ये है कि एक तरफ जहां ट्रंप भारत पर कड़े टैरिफ लगाने की बात कर रहे हैं, तो वहीं दूसरी तरफ उन्होंने मंगलवार शाम सोशल मीडिया पर लिखा कि अमेरिका और भारत के बीच व्यापार बाधाओं को कम करने के लिए काम किया जा रहा है। उन्होंने जल्द ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बात करने की इच्छा भी जताई। जानकारों के अनुसार, ट्रंप की इस रणनीति का सीधा मकसद रूस पर आर्थिक शिकंजा कसना है। यूक्रेन युद्ध खत्म करने के लिए रूस पर दबाव तभी बनाया जा सकता है जब उसके सबसे बड़े खरीदार भारत और चीन को आर्थिक झटका लगे।

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