America Taliban Deal: अमेरिका ने एक बार फिर कुछ ऐसा किया है जिससे दुनिया में हलचल मच गई है। दरअसल, ट्रंप प्रशासन अब तक तालिबान को अपना सबसे बड़ा दुश्मन बता रहा था। अब वह उसके साथ दोस्ती की नई इबारत लिखने जा रहा है। खबर सामने आई है कि कैदियों की अदला-बदली को लेकर अमेरिकी प्रतिनिधियों के साथ एक समझौता हुआ है। काबुल और वाशिंगटन के बीच शुरू हुए इस नए रिश्ते पर पूरी दुनिया की नज़र है। हालाँकि, इस समझौते को लेकर कई सवाल भी उठ रहे हैं। बता दें कि अमेरिका ने अभी भी अफगानों की यात्रा पर प्रतिबंध लगा रखा है।
एक तस्वीर से खुल गया US का राज
काबुल में हुई इस बैठक की तस्वीरें तालिबान ने जारी की हैं, जिनमें विदेश मंत्री आमिर खान मुत्तकी अमेरिकी दूत एडम बोहलर और पूर्व विशेष दूत ज़ल्माय खलीलज़ाद के साथ नज़र आ रहे हैं। ये तस्वीरें साबित करती हैं कि बातचीत महज़ अफवाह नहीं थी, बल्कि दोनों पक्षों के बीच असल में बातचीत हुई है।
हैरानी की बात यह है कि अभी तक व्हाइट हाउस की ओर से इस बातचीत को लेकर कोई आधिकारिक टिप्पणी नहीं आई है, जिससे और भी सवाल उठ रहे हैं। हालांकि, यह बैठक ऐसे समय में हुई है जब तालिबान ने हाल ही में अमेरिकी नागरिक जॉर्ज ग्लेज़मैन और फेय हॉल को रिहा किया था।
तालिबान से क्यों बढ़ा रहा दोस्ती?
इस मुलाकात को लेकर तालिबान की तरफ से कहा गया है कि, इसमें कैदियों की अदला बदली, निवेश, नागरिकों के मुद्दों और आपसी रिश्तों को बेहतर बनाने पर भी चर्चा हुई. इसके अलावा अमेरिकी प्रतिनिधियों ने अफगानिस्तान में आए भूकंप में मारे गए लोगों को लेकर संवेदना भी जताई. जानकार इसे एशिया में अपनी रणनीति को मजबूत करने के तौर पर अमेरिका का कदम बता रहे है.
इन सब बातों को देखते हुए साफ है कि अमेरिका और तालिबान दोनों अपने-अपने फ़ायदे के लिए क़रीब आ रहे हैं। अब देखना ये है कि आने वाले समय में दोनों देशों की ये दोस्ती कितनी आगे तक जाती है।
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