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इस मुगल हरम में पार होती थी हैवानियत की हद, तलवार की नोक पर लड़कियों को लाकर होता था ऐसा ‘खेल’

सुल्तान की मां ने एक से बढ़कर एक खूबसूरत लड़कियों की लाइन लगा दी थी ताकि बेटे की अय्याशी में कोई कसर ना रह जाए. उन्होंने हरम में रह रहीं लड़कियों के लिए एक अजीब फरमान निकाला था.

By: Kavita Rajput | Published: October 1, 2025 6:07:40 PM IST



Mughal Harem Secrets: आपने मुग़ल काल में बादशाहों की अय्याशी के लिए मौजूद ‘हरम’ से जुड़े कई किस्से सुने होंगे. भारत ही नहीं बल्कि देश-विदेश के कई मुग़ल शासकों का यही शौक हुआ करता था. हरम में अपने लिए एक से बढ़कर एक खूबसूरत महिलाएं लाना, चाहे फिर वो लालच देकर लाई जाएं या तलवार की नोक पर. हरम से जुड़ा एक ऐसा ही किस्सा आज हम आपको सुनाने जा रहे हैं लेकिन इस बार बादशाह तुर्की का होगा. जी हां, हम बात कर रहे हैं सुल्तान इब्राहिम (Sultan Ibrahim) की जिसे 1640 से लेकर 1648 तक कुस्तुनतुनिया जिसे आज हम इस्तांबुल, तुर्की के नाम से जानते हैं वहां का शासक बनाया गया था. 

तलवार की नोक पर उठा ली गई थीं कई लड़कियां 

बताते हैं कि जब सुल्तान इब्राहिम ने गद्दी संभाली तब उसकी मां ने वंश आगे बढ़ाने की खातिर लड़कियों की लाइन लगा दी थी. इन लड़कियों को जबरन तलवार की नोक पर उठाया गया और  कुस्तुनतुनिया स्थित शाही हरम में लाया गया था. इन लड़कियों के चुनाव के पीछे सिर्फ एक शर्त थी कि वो बेहद खूबसूरत होना चाहिए. 

इस मुगल हरम में पार होती थी हैवानियत की हद, तलवार की नोक पर लड़कियों को लाकर होता था ऐसा ‘खेल’

हरम में सुनाया गया अजीबो-गरीब फरमान 
सुल्तान की मां ने एक से बढ़कर एक खूबसूरत लड़कियों की लाइन लगा दी थी ताकि बेटे की अय्याशी में कोई कसर ना रह जाए. हालांकि,  सुल्तान इब्राहिम को पतली-दुबली और छरहरी लड़कियों में कोई दिलचस्पी नहीं थी. उसे तो मोटी लड़कियां पसंद थीं. इसे देखते हुए सुल्तान की मां ने हरम में रह रहीं लड़कियों के लिए एक अजीब फरमान निकाला. फरमान ये था कि हरम में मौजूद सभी लड़कियों को गले तक ठूंसकर खाना खाना होगा, डाइट डबल-ट्रिपल करना होगी, खाने के बाद मीठा भी खाना होगा. यही नहीं, यदि किसी लड़की ने खाना छोड़ा तो उसे सख्त सजा सुना दी जाती थी. सुल्तान इब्राहिम की मां चाहती थीं कि बेटे की ख्वाहिश पूरी करने के लिए लड़कियां अपना वजन 150 किलो तक बढ़ा लें. 

बाद में मोटी लड़कियों से भी ऊब गया था सुल्तान 

इस आदेश के चलते जल्द ही हरम में मौजूद लड़कियों का वजन बढ़ने लगा और सुल्तान इब्राहिम की अय्याशी जारी रही. हालांकि, जल्द ही उसका इन लड़कियों से मन भर गया और अब उसे पतली लड़कियां पसंद आने लगी थीं. बताते हैं कि कुस्तुनतुनिया के इस शासक की 18 संताने हुईं थीं, वहीं 1648 में एक बीमारी के चलते इसकी मौत हो गई थी.

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