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हरम में 365 रानियां, 88 बच्चों का पिता था ये महाराजा, शानोशौकत के बारे में सुन दांतों तले उंगलियां दबा लेंगे!

पटियाला के महाराजा भूपिंदर सिंह अपने रंगीन मिजाज, 365 रानियों, करोड़ों के डाइनिंग सेट और मशहूर पटियाला हार के लिए आज भी इतिहास में याद किए जाते हैं।

By: Kavita Rajput | Published: September 6, 2025 3:01:43 PM IST



Maharaja Bhupinder Singh Life story: भारत का इतिहास कई राजा-महाराजाओं के एक से बढ़कर एक किस्सों से भरा हुआ है। कई राजा अपनी वीरता के लिए जाने जाते थे वहीं कुछ अपनी रंगीन मिजाज़ जिंदगी के लिए मशहूर थे। इन्हीं में से एक नाम है पटियाला रियासत के सातवें महाराजा भूपिंदर सिंह (Maharaja Bhupinder Singh) का। 1891 में जन्मे और 1938 तक शासन करने वाले भूपिंदर सिंह अपने दौर के सबसे अमीर और शौकीन महाराजाओं में गिने जाते थे।

हरम में 365 रानियां थीं

पटियाला के महाराजा का नाम रंगीन मिजाज महाराजाओं की लिस्ट में सबसे ऊपर आता है। कहा जाता है कि उनके हरम में साल के हर दिन के लिए एक रानी थी यानी कुल 365 रानियां। इससे जुड़ा एक किस्सा बहुत मशहूर है कि महाराजा के महल में 365 लालटेन रखी जाती थीं जिन पर रानियों के नाम लिखे रहते थे। जो लालटेन सबसे पहले बुझती, उसी रानी के साथ महाराजा रात बिताते थे। भूपिंदर सिंह 88 बच्चों के पिता बने थे। 

हरम में 365 रानियां, 88 बच्चों का पिता था ये महाराजा, शानोशौकत के बारे में सुन दांतों तले उंगलियां दबा लेंगे!

करोड़ों के डाइनिंग सेट में खाते थे खाना

भूपिंदर सिंह के शाही ठाट-बाट का अंदाजा उनके डाइनिंग सेट से भी लगाया जा सकता है। उनके पास सोने-रत्नों से जड़ा ऐसा नायाब डाइनिंग सेट था जिसकी कीमत करोड़ों में थी। उनके लिए खाने में रोजाना 150 से ज्यादा व्यंजन परोसे जाते थे और 11 बड़ी रसोइयों में सैकड़ों लोग खाना पकाने का काम करते थे।

2900 हीरों से जड़ा हार पहनते थे 

महाराजा भूपिंदर सिंह का नाम ‘पटियाला नेकलेस’ के लिए भी मशहूर है। उस जमाने में मशहूर ज्वेलरी ब्रांड कार्टियर ने उनके लिए यह हार तैयार किया था जिसमें करीब 2,900 हीरे और अनगिनत कीमती रत्न जड़े थे। इसकी कीमत 248 करोड़ रुपए बताई जाती है।  बताया जाता है कि महाराजा ने यह हार लगभग 25 मिलियन डॉलर की मोटी रकम देकर खरीदा था। इतिहासकारों के अनुसार, महाराजा साल में एक बार सिर्फ यह हार पहनकर प्रजा के सामने आते थे, लोग इसे दैवीय शक्ति का प्रतीक मानते थे।

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प्लेन खरीदने वाले भारत के पहले शख्स 

आजादी से पहले भारत में 550 से ज्यादा रियासतें थीं और हर राजा की अपनी खास पहचान थी। लेकिन भूपिंदर सिंह का नाम उनके आलीशान जीवन, अनूठे शौक और बेशुमार दौलत की वजह से आज भी याद रखा जाता है। 

वह भारत के पहले शख्स थे जिनके पास खुद का प्लेन था। 1910 में उन्होंने अपना प्राइवेट एयरक्राफ्ट खरीदा था। महाराजा के रिश्तेदार नटवर सिंह ने अपनी किताब ‘द मैग्नीफिसेंट महाराजा’ में बताया है कि सर भूपेंद्र सिंह के पास किताब, कार, कारपेट, कपड़ों, कुत्तों, घोड़ा, पेंटिंग और घड़ी का शानदार कलेक्शन था। उनके पास 44 रोल्स रॉयस भी थीं।

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