Independence Day 2025: भारत के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू और पाकिस्तान के संस्थापक मोहम्मद अली जिन्ना एक ओर जहाँ एक-दूसरे के विरोधी थे, वहीं दोनों अपने-अपने देशों के बेहद लोकप्रिय नेता भी थे। दोनों ही ऐतिहासिक हस्तियाँ थीं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि उनमें से कौन ज़्यादा अमीर था? आइए जानते हैं कि जवाहरलाल नेहरू और मोहम्मद अली जिन्ना के पास कितनी संपत्ति थी।
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नेहरू के पास कितनी संपत्ति?
सबसे पहले बात करते हैं पंडित जवाहरलाल नेहरू की संपत्ति की, तो आपको बता दें कि जवाहरलाल नेहरू एक प्रसिद्ध वकील और स्वतंत्रता सेनानी होने के साथ-साथ एक प्रसिद्ध हस्ती भी थे। इसलिए उनका रुतबा भी उतना ही ऊँचा था। उनके पिता मोतीलाल नेहरू एक प्रसिद्ध बैरिस्टर थे, जिन्होंने उस दौर में इलाहाबाद में आनंद भवन जैसे आलीशान घर बनवाए थे। एक रिपोर्ट के अनुसार, 1947 में आज़ादी के समय नेहरू की संपत्ति लगभग 200 करोड़ रुपये की थी। उस समय यह एक बहुत बड़ी रकम थी। लेकिन पैसे के प्रति नेहरू का नज़रिया बिल्कुल अलग था। उन्होंने अपनी 98% संपत्ति, यानी लगभग 196 करोड़ रुपये देश के निर्माण के लिए दान कर दिए। अपनी किताबों से मिलने वाली रॉयल्टी से ही उनका गुज़ारा चलता था और वे सादा जीवन जीते थे।
मोहम्मद अली जिन्ना की संपत्ति
मोहम्मद अली जिन्ना अपने समय के एक प्रसिद्ध वकील भी थे। लंदन से बैरिस्टर की पढ़ाई करने वाले जिन्ना की उस समय बहुत ज़्यादा फ़ीस थी। उनकी आय का मुख्य स्रोत उनकी वकालत और निवेश था। जिन्ना को पैसा कमाने का बहुत शौक था। वे हमेशा निवेश के बारे में सोचते रहते थे। जिन्ना को निवेश में गहरी रुचि थी, जिसके चलते उन्होंने एयर इंडिया जैसे शेयरों में निवेश किया। उनकी सबसे प्रसिद्ध संपत्ति मुंबई के मालाबार हिल स्थित जिन्ना हाउस थी, जिसे उन्होंने 1936 में 2 लाख रुपये में बनवाया था। विभाजन के समय, जिन्ना ने अपनी अधिकांश संपत्ति, जिसकी कीमत लगभग 8 लाख रुपये थी, पाकिस्तान को हस्तांतरित कर दी थी। उनकी मृत्यु के समय, उनकी अनुमानित संपत्ति 5 करोड़ डॉलर थी, जिसमें उनकी अचल संपत्ति और उनकी वकालत से होने वाली कमाई शामिल थी।
कौन ज़्यादा अमीर था?
अगर दोनों में तुलना करें, तो वर्ष 1947 में नेहरू की संपत्ति (200 करोड़ रुपये) जिन्ना की कुल संपत्ति से कई गुना ज्यादा थी। हालाँकि, नेहरू ने अपनी अधिकतर संपत्ति देश को दान कर दी। वहीं, जिन्ना ने निवेश और हस्तांतरण के ज़रिए अपनी संपत्ति सुरक्षित रखा।