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इस मुगल हरम में नहीं था बादशाह का खौफ, किसी भी मर्द के साथ संबंध बना लेती थीं महिलाएं!

आमतौर पर मुगल हरम में बादशाह के हुकुम की तामील होती थी लेकिन इस बादशाह के हरम की कहानी जरा जुदा है. यहां कनीजें अपनी मनमानी पर उतारू थीं.

By: Kavita Rajput | Published: October 23, 2025 5:03:46 PM IST



Bahadur Shah Zafar harem: मुगल काल में हरम की जो रौनक हुआ करती थी वो भारत के आखिरी मुग़ल बहादुर शाह जफ़र के कार्यकाल तक लगभग खत्म होने की कगार पर आ गई थी. इतिहासकार बताते हैं कि हरम जो मुगलों के दौर में बड़े ही शान की बात हुआ करती थी उसने एक तरह से बहादुर शाह जफ़र के दौर में अपना वजूद ही खो दिया था.  इतिहासकार विलियम डैलरिम्पल (William Dalrymple) अपनी किताब ‘द लास्ट मुग़ल’ में लिखते हैं कि बहादुर शाह जफ़र के दौर में भी हरम मौजूद था और यहां खूब चहल-पहल भी रहती थी. हालांकि, विलियम के अनुसार यहां अनुशासन की भारी कमी थी. सबकुछ अव्यवस्थित ही चुका था. 

इस मुगल हरम में नहीं था बादशाह का खौफ, किसी भी मर्द के साथ संबंध बना लेती थीं महिलाएं!

कनीजें करती थीं मनमानी 
वैसे तो हरम का ये नियम था कि इसमें रहने वाली महिलाएं बादशाह के अलावा किसी भी और मर्द से संपर्क में नहीं रह सकती थीं. हालांकि, बहादुर शाह जफ़र के हरम में इस नियम की अनदेखी होना शुरू हो गई थी. बताते हैं कि हरम में रहने वाली लड़कियों और महिलाओं के मन से बादशाह का खौफ निकल गया था. इससे जुड़ा एक किस्सा बड़ा मशहूर है कि बहादुर शाह जफ़र के हरम में रहने वाली एक बड़ी ही खूबसूरत महिला का संबंध तनारस खान नामक एक गायक से बन गया था, यहां तक कि वो गर्भवती भी हो गई थी. 

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बादशाह का खौफ ही नहीं बचा था
ऐसा ही एक किस्सा है कि बहादुर शाह जफ़र के हरम की एक कनीज को हरम की सुरक्षा में तैनात एक सैनिक से प्यार हो गया था. बाद में ये दोनों पकड़े गए, सैनिक को कोड़े पड़े वहीं इस कनीज को चक्की पीसने की सजा दी गई. इतिहासकार विलियम डैलरिम्पल लिखते हैं कि जफ़र इतने बूढ़े हो चुके थे कि वे ठीक ढ़ंग से हरम की व्यवस्था नहीं संभाल पा रहे थे. विलियम इससे जुड़ा एक किस्सा सुनाते हैं कि एक बार हरम में ऐसे ही कुछ मनचले घुस आये थे जिन्हें बाद में पकड़ा लिया गया था. बताते हैं कि बहादुर शाह जफ़र ने इस घटना पर बहुत असंतोष जताया था.

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