Pandit Dhirendra Shastri: बागेश्वर धाम के प्रमुख बाबा धीरेंद्र शास्त्री इन दिनों सनातन धर्म के प्रचार और सनातनियों को एकजुट करने के उद्देश्य से अपनी पदयात्रा को लेकर सुर्खियों में बने हुए हैं. उनकी पदयात्रा जहां-जहां पहुंच रही है, वहां भारी संख्या में श्रद्धालु उमड़ रहे हैं, जिसके कारण सुरक्षा एजेंसियां पूरी तरह अलर्ट मोड में हैं.
हाल ही में दिल्ली में हुए धमाकों की खबरों के बाद बाबा की सुरक्षा को लेकर प्रशासन और खुफिया एजेंसियां और भी ज्यादा सतर्क हो गई हैं. इसी कड़ी में मथुरा के कोटवन बॉर्डर पर गुरुवार को एक बड़ी सुरक्षा चूक सामने आई, जिसने पूरे सिस्टम को हिला दिया.
पीएसओ की पोशाक में था संदिग्ध, पास से मिला फर्जी पुलिस कार्ड
दरअसल, बाबा धीरेंद्र शास्त्री की पदयात्रा के दौरान एक संदिग्ध युवक पुलिस की वर्दी और वीआईपी पीएसओ जैसी पोशाक पहनकर सुरक्षा घेरे में घुसने की कोशिश कर रहा था. पुलिस ने तुरंत हरकत में आते हुए उसे पकड़ लिया. गिरफ्तार युवक की पहचान कोसीकलां के लाजपत राय मार्ग निवासी नीरज कुमार के रूप में हुई. जांच में उसके पास से पुलिस का फर्जी पहचान पत्र भी बरामद हुआ.
प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, नीरज नगर पालिका अध्यक्ष धर्मवीर अग्रवाल का निजी सुरक्षा अधिकारी (पीएसओ) बताया जा रहा है, लेकिन पुलिस अब यह पता लगा रही है कि उसने फर्जी पुलिस कार्ड क्यों बनवाया और उसका असल उद्देश्य क्या था.
युवक से पुलिस कर रही पुछताछ
घटना सामने आते ही पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों में हड़कंप मच गया. कोसी थाना पुलिस ने तुरंत आरोपी को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है. पुलिस अधिकारी इस मामले में फिलहाल कैमरे पर कुछ भी कहने से बच रहे हैं, लेकिन आंतरिक सूत्रों के अनुसार नीरज के मोबाइल फोन, कॉल डिटेल और संपर्कों की गहन जांच की जा रही है. इस बात की भी पड़ताल की जा रही है कि कहीं यह किसी बड़े षड्यंत्र की शुरुआत तो नहीं थी.
घटना के बाद प्रशासन ने यात्रा के मार्ग पर सुरक्षा और कड़ी कर दी है. बाबा की पदयात्रा से जुड़े हर स्थान पर अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है ताकि किसी भी तरह की सुरक्षा चूक दुबारा न हो.
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