Ayodhya Deepotsav: उत्तर प्रदेश के अयोध्या दीपोत्सव में जल्द ही नया विश्व रिकॉर्ड बनने जा रहा है. 26 लाख दीयों और 1251 महाआरती से राम की पैड़ी
जगमगाने के लिए पूरी तरह से तैयार है. इस बार का अयोध्या दीपोत्सव बेहद ही खास होने वाला है, क्योंकि राम मंदिर के पूरी तरह से तैयार होने के बाद यह पहला दीपोत्सव होगा. इस खास मौके पर एक साथ 26 लाख दीये के साथ-साथ 1251 अर्चक एक साथ सरयू नदी की महाआरती करेंगे.
महाआरती का महा महत्व
अयोध्या में दीपोत्सव के दौरान होने वाली महाआरती का विशेष महत्व है. भगवान राम, सीता और लक्ष्मण के अयोध्या वापसी का जश्न, बल्कि यह हमारी सनातन संस्कृति और परंपरा का भी भव्य प्रतीक बजहै. हजारों दीयों की रोशनी और मंत्रों की गूंज के साथ, यह आरती बुराई पर अच्छाई, और असत्य पर सत्य की जीत का सबसे बड़ा संदेश देती है.
दीपोत्सव के लिए बढ़ाई गई संख्या
पिछले साल, 2024 के दीपोत्सव में, 1100 अर्चकों ने एक साथ सरयू की महाआरती कर गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया था, लेकिन इस बार, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर, इस संख्या को बढ़ाकर 1251 करने की तैयारी है, जिससे एक नया विश्व रिकॉर्ड बनेगा. यह भव्य महाआरती सरयू तट के पक्के घाट पर आयोजित की जाएगी.
दीपोत्सव की भव्य तैयारी जारी
राम की पैड़ी पर एक साथ 26 लाख दीये जलाकर भी एक बार फिर से नया रिकॉर्ड बनने जा रहा है. यह आयोजन अयोध्या के अपने ही पिछले रिकॉर्ड को तोड़ने वाला है. जिसपर मुख्य विकास अधिकारी कृष्ण कुमार सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि इस संबंध में पर्यटन विभाग और अन्य एजेंसियों के साथ बातचीत चल रही है, और इस पर प्रारंभिक सहमति भी बन गई है. साथ ही उन्होंने बताया कि महाआरती के लिए सरयू घाटों के दायरे को बढ़ाया जाएगा.
इस बार का दीपोत्सव होगा बेहद ही खास
इस बार की दीपोत्सव अयोध्या की आध्यात्मिक और सांस्कृतिक विरासत को दुनिया के सामने भव्यता से पेश करने जा रही है. लाखों दीयों की रोशनी से जगमगाती राम की नगरी महाआरती का दृश्य बेहद ही अद्भुत होने वाला है. इस दीपोत्सव को लेकर लोगों में खास उत्साह भी देखने को मिल रहा है.