हमारे रोजमर्रा के आदतें हमारी सेहत को खराब कर सकती है. कई बार हम भूल जाते है की हमारी छोटी-छोटी आदतें समय के साथ गंभीर बीमारियों का बन सकती हैं. ऐसी ही हम सब की एक आम आदत है, हर दिन ज्यादा मात्रा में रोटी और चावल खाना. हाँ, ये दोनों हमारे भोजन का मुख्य हिस्सा होते हैं, लेकिन अगर इन्हें संतुलन के बिना खाया जाए तो ये हमारी सेहत के लिए खतरा बन सकते हैं. तो चलिए ज्यादा रोटी- चावल खाने से क्या क्या खतरा बढ़ सतका है.
वजन बढ़ने का खतरा
रोटी और चावल में उच्च मात्रा में कार्बोहाइड्रेट होता है. जब हम उसे हर दिन ज्यादा खाते है, तो शरीर को पर्याप्त ऊर्जा नहीं मिलती है, तो ये अतिरिक्त कैलोरी के रूप में शरीर में जमा हो जाती हैं. समय के साथ वह वजन बढ़ने और मोटापे की समस्या को बढ़ा सकता है. मोटापा सिर्फ दिखने में ही समस्या नहीं है, यह दिल की बीमारियों, डायबिटीज़ और हाई ब्लड प्रेशर जैसी गंभीर बीमारियों का कारण बन सकता है.
शुगर लेवल पर असर
कई बार रोटी और चावल परिष्कृत रूप में होते हैं. इनका ग्लोइसेमिक इंडेक्स ज्यादा होता है, जिससे खून में शुगर का स्तर से बढ़ जाता है. अघऱ इसे हर दिन लागातार खाया जाए, तो यह इंसुलिन रेसिस्टेंस और टाइप 2 डायबिटिज का खतरा बढ़ा सकता है.
पाचन संबंधी समस्याएँ
रोटी और चावल में फाइबर की मात्रा सीमित होती है. अगर इन्हें बहुत ज़्यादा खाते हैं और साथ में सब्ज़ियाँ, फल या दालें कम खाते हैं, तो कब्ज, पेट फूलना और अन्य पाचन संबंधी समस्याएँ हो सकती हैं . फाइबर हमारी आंतों को साफ रखता है और पाचन तंत्र को दुरुस्त रखता है.
विटामिन और मिनरल की कमी
हर दिन सिर्फ रोटी और चावल पर निर्भर रहने से शरीर को जरूरी विटामिन और मिनरल्स नहीं मिलते. विटामिन बी, आयरन, मैग्नीशिम और कैल्शियम की कमी से थकान कमजोर और जैसी समस्याएँ हो सकती है. संतुलित आहार लेने से यह समस्या आसानी से टाली जा सकती है.