AI का इस्तेमाल आजकल रोजमर्रा की जिंदगी में तो किया ही जाता है, लेकिन अब यह युद्ध की तस्वीर भी बदलने वाला है. अमेरिका की कंपनी शील्ड AI ने अपना नया स्टील्थ फाइटर जेट X-BAT लॉन्च किया है. यह जेट AI से लैस है और Hivemind सॉफ्टवेयर की मदद से उड़ाने की योजना बनाई गई है. X-BAT को उड़ाने के लिए पायलट की जरूरत नहीं है और इसे टेकऑफ या लैंडिंग के लिए रनवे की भी जरूरत नहीं. X-BAT फिलहाल एक स्केल मॉडल के रूप में पेश किया गया है, लेकिन इसमें इंजन और थ्रस्ट वेक्टरिंग नोजल लगे होंगे, जो इसे 4G से ज्यादा की स्पीड देने में सक्षम बनाएंगे.
AI फाइटर जेट के खास फीचर्स
डिफेंस न्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक, X-BAT की रेंज 2,000 नॉटिकल मील से ज्यादा है. यह हवा से हवा और हवा से जमीन पर हमला करने वाले हथियार ले जा सकता है.
* इसकी सबसे बड़ी खासियत है वर्टिकल टेकऑफ और लैंडिंग (VTOL) सिस्टम
* विशेष लॉन्च-एंड-रिकवरी व्हीकल की मदद से यह बिना रनवे के उड़ान भर सकता है और उतर सकता है
* इसका मतलब है कि यह जहाजों, द्वीपों या ऐसी जगहों से ऑपरेट कर सकता है जहां रनवे नहीं हैं
2026 में पहली टेकऑफ
शील्ड AI ने बताया कि X-BAT 2026 में पहली बार वर्टिकल टेकऑफ और लैंडिंग करेगा.
* 2028 तक इसे पूरी तरह मान्यता मिलने की उम्मीद है
* 2029 में इसका उत्पादन शुरू होने की संभावना है
* कंपनी ने बड़े पैमाने पर निर्माण के लिए उद्योग के साथ साझेदारी भी की है
हवाई युद्ध को बदल सकता है X-BAT
X-BAT Hivemind सॉफ्टवेयर की मदद से बिना लगातार कम्युनिकेशन के भी काम कर सकता है.
* यह अकेले काम कर सकता है या अन्य विमानों के साथ मिलकर ऑपरेशन कर सकता है
* अमेरिकी वायुसेना इसे ‘Collaborative Combat Aircraft’ कहती है
* यह बिना रनवे के पावरफुल हमले करने में सक्षम है, जिससे ड्रोन हवाई युद्ध की रणनीति बदल सकता है
इसे बनाने वाली कंपनी का इतिहास
शील्ड AI, अमेरिका की एक कंपनी है, जिसका मुख्यालय सैन डिएगो में है.
* इसे 2015 में एंड्रयू रीटर, रायन सेंग और पूर्व नेवी सील ब्रैंडन सेंग ने शुरू किया था
* कंपनी AI और ड्रोन सिस्टम बनाने में माहिर है
* अमेरिकी वायुसेना, विशेष ऑपरेशन कमांड और कई विदेशी सेनाओं ने इसके ड्रोन और ऑटोनॉमी सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल किया है
X-BAT से पहले कंपनी का MQ-35 V-BAT ड्रोन काफी चर्चित रहा.
* इसे 2021 में नौसेना ने चुना
* यह बिना GPS और कम्युनिकेशन के भी काम कर सकता है
* यूक्रेन में इसका इस्तेमाल हो रहा है