अक्सर लोग सोचते हैं कि कार खरीद लेने के बाद काम खत्म हो गया, लेकिन असली मेहनत तो तब शुरू होती है जब बात आती है उसकी सफाई और मेंटेनेंस की. खासकर भारत जैसे देशों में, जहां सड़कों पर धूल-मिट्टी आम बात है. अगर आपकी कार की खिड़कियां थोड़ी देर के लिए भी खुली रह जाएं, तो धूल अंदर तक पहुंच जाती है और धीरे-धीरे केबिन गंदा हो जाता है. इससे न सिर्फ कार की लुक खराब होती है बल्कि यह आपकी सेहत के लिए भी हानिकारक हो सकता है. आइए जानते हैं कि कैसे आप अपने कार के केबिन को लंबे समय तक साफ, चमकदार और फ्रेश रख सकते हैं.
वैक्यूम क्लीनर से करें गहराई से सफाई
कार के अंदर जमा धूल-मिट्टी को निकालने का सबसे असरदार तरीका है वैक्यूम क्लीनर. यह सीट्स, फ्लोर मैट्स और कोनों में फंसी गंदगी को आसानी से हटा देता है. खासतौर पर सीट के नीचे और डैशबोर्ड के किनारों जैसी जगहों की सफाई के लिए यह बहुत उपयोगी है. अगर आपके पास हैंडहेल्ड कार वैक्यूम है, तो सफाई और भी आसान हो जाती है.
सही क्लीनिंग प्रोडक्ट्स का करें इस्तेमाल
कार के अंदर की सफाई करते समय हार्ड केमिकल्स या तेज़ क्लीनर का इस्तेमाल करने से बचें. मार्केट में मिलने वाले इंटीरियर फ्रेंडली क्लीनर ही चुनें. डैशबोर्ड की सफाई के लिए माइक्रोफाइबर कपड़ा इस्तेमाल करें और क्लीनर को सीधे स्प्रे करने के बजाय कपड़े पर लगाकर पोंछें.
अगर सीटें लेदर की हैं, तो लेदर क्लीनर और कंडीशनर का इस्तेमाल करें, ताकि सीटें फटें नहीं और नई जैसी दिखें. वहीं, कपड़े की सीटों के लिए फैब्रिक क्लीनर बेहतर रहेगा.
AC वेंट्स को साफ करना न भूलें
कार की हवा की क्वालिटी काफी हद तक एयर वेंट्स (AC Vents) पर निर्भर करती है. इनमें धूल जमा हो जाने से जब आप AC चलाते हैं, तो वही गंदगी हवा में फैल जाती है. इसलिए वेंट्स को पतले ब्रश या छोटे नोजल वाले वैक्यूम क्लीनर से नियमित रूप से साफ करें. साथ ही, केबिन एयर फिल्टर को समय-समय पर बदलना भी जरूरी है ताकि धूल कार के अंदर न जाए.
फ्लोर मैट्स की रोजाना सफाई करें
कार के फ्लोर मैट्स सबसे जल्दी गंदे होते हैं क्योंकि उन पर जूते की मिट्टी, पानी और ग्रीस सब जमा होता है. इसलिए हर दिन ड्राइव के बाद इन्हें झाड़ें और अगर बहुत गंदे हों तो पानी से धोकर सुखा लें. आप चाहे तो फ्लोर मैट्स के ऊपर अखबार बिछाकर भी उन्हें लंबे समय तक साफ रख सकते हैं.