अमेरिका की यूनिवर्सिटी ऑफ सैन फ्रांसिस्को (USF) में एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है. खबरों के मुताबिक, एक शख्स Meta के AI-पावर्ड Ray-Ban Smart Glasses का इस्तेमाल कर महिला छात्रों की चुपके से वीडियो रिकॉर्डिंग कर रहा था. जैसे ही यह बात सामने आई, यूनिवर्सिटी ने तुरंत पूरे कैंपस में सुरक्षा चेतावनी जारी कर दी. कई छात्राओं ने शिकायत की कि वह व्यक्ति उनसे “अनचाही बातें और डेटिंग से जुड़े अनुचित सवाल” पूछ रहा था. उस समय वह स्मार्ट ग्लास पहने हुए था, जिससे शक हुआ कि वह उनकी वीडियो बना रहा है.
सोशल मीडिया पर वीडियो फैलने की आशंका
USF प्रशासन को डर है कि इन रिकॉर्डिंग्स में से कुछ TikTok या Instagram जैसी सोशल मीडिया साइट्स पर शेयर की गई हो सकती हैं. फिलहाल किसी भी छात्रा के साथ हिंसा या धमकी की घटना की पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन यह साफ नहीं है कि कितनी छात्राएं इन वीडियो में नजर आ सकती हैं.
सुरक्षा विभाग की अपील
USF के Department of Public Safety ने छात्रों से अपील की है कि अगर किसी को लगता है कि उसकी रिकॉर्डिंग हुई है या उसने ऐसे वीडियो ऑनलाइन देखे हैं, तो तुरंत यूनिवर्सिटी अथॉरिटीज और प्लेटफॉर्म को रिपोर्ट करें. यूनिवर्सिटी ने कहा- \”हम सब इस कैंपस समुदाय का हिस्सा हैं. एक-दूसरे का ध्यान रखकर और संदेहास्पद गतिविधियों की रिपोर्ट देकर ही हम सभी के लिए सुरक्षित माहौल बना सकते हैं.”
Meta और Ray-Ban की कंपनी का जवाब नहीं मिला
इस मामले में मीडिया द्वारा Meta और EssilorLuxottica (Ray-Ban की पैरेंट कंपनी) से संपर्क किया गया, लेकिन अब तक किसी ने भी इस पर कोई टिप्पणी नहीं की है.
Ray-Ban Meta Smart Glasses क्या हैं?
Meta ने सितंबर में Ray-Ban Meta Smart Glasses का नया वर्ज़न लॉन्च किया था. इन ग्लासेस में इनबिल्ट कैमरा होता है, जिसे बटन दबाकर या वॉइस कमांड से चालू किया जा सकता है. इससे यूजर फोटो, वीडियो या लाइव स्ट्रीमिंग कर सकते हैं. Meta ने लॉन्च के समय यह भी कहा था कि उपयोगकर्ताओं को प्राइवेसी का सम्मान करना चाहिए- “हर कोई फोटो या वीडियो में आना पसंद नहीं करता. अगर कोई ‘ना’ कहे, तो रिकॉर्डिंग बंद कर दें और दूसरों की प्राइवेसी का ध्यान रखें.”
तकनीक और प्राइवेसी के बीच संतुलन की चुनौती
यह घटना फिर से एक बड़ा सवाल खड़ा करती है- क्या तकनीक हमारी प्राइवेसी के लिए खतरा बन रही है? स्मार्ट ग्लास जैसे गैजेट्स अब इतने छोटे और आम हो चुके हैं कि पहचान पाना मुश्किल होता जा रहा है कि कोई रिकॉर्डिंग कर रहा है या नहीं. USF की यह घटना चेतावनी है कि जैसे-जैसे wearable gadgets आगे बढ़ रहे हैं, वैसे-वैसे सेफ्टी और कंसेंट (सहमति) की जरूरत और भी बढ़ जाएगी.
छात्रों से अपील- सतर्क रहें, रिपोर्ट करें
फिलहाल यूनिवर्सिटी अधिकारियों ने छात्रों से कहा है कि अगर कोई भी संदिग्ध व्यक्ति या व्यवहार दिखे तो तुरंत रिपोर्ट करें. जांच फिलहाल जारी है और सुरक्षा उपायों को और सख्त किया गया है.

