महिंद्रा थार (Mahindra Thar) भारत में एडवेंचर कि पहचान बन चुकी है। इसका रग्ड (मजबूत) लुक और दमदार स्टाइल लोगों को खूब पसंद आता है। लेकिन असली सवाल यह है कि क्या थार सिर्फ वीकेंड पर घूमने-फिरने के लिए सही है या इसे हर दिन शहर की सड़कों पर भी आराम से चलाया जा सकता है? आइए जानते हैं, थार के साथ रोज़मर्रा की जिंदगी का एक्सपीरियंस कैसा होता है।
ट्रैफिक में थार का एक्सपीरियंस
थार में बैठते ही सबसे पहले इसकी ऊँची ड्राइविंग पोजीशन ध्यान खींचती है। भीड़भाड़ वाली सड़कों पर यह एक सेफ फीलिंग देती है। स्टेयरिंग पहले थोड़ा बड़ा लगता है, लेकिन अब पावर असिस्टेंस की वजह से मोड़ना आसान हो गया है। शहर की गलियों और भीड़भाड़ वाले बाजारों में इसे चलाना उतना मुश्किल नहीं जितना दिखता है, क्योंकि थार लंबाई में कुछ फेमस सेडान से भी छोटी है। हालाँकि, इसकी चौड़ाई की वजह से पार्किंग ढूँढना कभी-कभी झंझट भरा हो सकता है, लेकिन यह दिक्कत ज्यादातर एसयूवी में होती ही है।
कैबिन और आराम
नई थार के कैबिन में पुराने मॉडल के मुकाबले काफी सुधार किए गए हैं। आरामदायक सीटें, टचस्क्रीन इंफोटेनमेंट और ज़रूरी टेक्नोलॉजी इसे रोज़ाना के लिए बेहतर बनाते हैं। केबिन का डिज़ाइन सादा है लेकिन नया प्लास्टिक और सॉफ्ट सरफेस इसे अच्छा लुक देते हैं। एसी और सपोर्टिव सीटिंग पोज़िशन ट्रैफिक जाम में भी थकान कम करती है। हालांकि पीछे की सीटें थोड़ी तंग हैं और बूट स्पेस कम है। यानी बड़ी खरीदारी या ज्यादा सामान ले जाना आसान नहीं है।
माइलेज और रख-रखाव
महिंद्रा थार तीन इंजन चॅाइसिस में आती है –
2.0L टर्बो पेट्रोल
1.5L mHawk टर्बो डीजल
2.2L mHawk टर्बो डीजल
पेट्रोल ऑटोमैटिक शहर में लगभग 9–10 किमी/लीटर देती है, जबकि डीजल वेरिएंट थोड़ा ज्यादा माइलेज दे सकते हैं। लंबे समय तक रोज़ाना चलाने पर ईंधन खर्च ज्यादा हो सकता है, खासकर शहरों में। फिर भी, थार का रख-रखाव इस सेगमेंट की गाड़ियों के मुकाबले ठीक-ठाक है और इसके स्पेयर पार्ट्स पूरे भारत में आसानी से मिल जाते हैं। डीजल वेरिएंट लंबी दूरी के लिए बेहतर हैं, जबकि पेट्रोल ऑटोमैटिक ट्रैफिक में आसान रहता है।
रोज़ाना की सवारी पर राइड क्वालिटी
थार टूटी-फूटी सड़कों, स्पीड ब्रेकर और बड़े गड्ढों पर भी घर जैसा महसूस कराती है। इसके कॉइल स्प्रिंग सस्पेंशन और बड़े टायर खराब रास्तों को आसानी से संभाल लेते हैं। इसकी राइड थोड़ी सख्त है, लेकिन हाईवे पर यह काफी स्थिर रहती है। मॉनसून के दिनों या अचानक खराब रास्तों पर यह भरोसेमंद साबित होती है। हालांकि, इसकी स्टेयरिंग पुरानी थार से बेहतर है, लेकिन यह हैचबैक जैसी फुर्ती शहर की घुमावदार सड़कों पर नहीं दे पाती।
प्रैक्टिकलिटी और रोज़मर्रा की चुनौतियाँ
थार को रोज़ाना चलाने का मतलब है कुछ छोटी-छोटी समझौते करना। इसमें चढ़ना-उतरना बुजुर्गों और बच्चों के लिए थोड़ा मुश्किल हो सकता है। मोटे पिलर्स की वजह से साइड विजिबिलिटी कम हो जाती है और पीछे देखते वक्त ध्यान से चलाना पड़ता है।
लेकिन इसका वॉटर-रेज़िस्टेंट इंटीरियर और अच्छा वॉटर-वेइडिंग कैपेसिटी इसे मॉनसून की बाढ़ में भी भरोसेमंद बनाता है।
सुरक्षा और फीचर्स
नई महिंद्रा थार ने ग्लोबल NCAP में 4-स्टार सेफ्टी रेटिंग पाई है। इसमें ड्यूल एयरबैग्स, ABS के साथ EBD, हिल होल्ड और डिसेंट कंट्रोल, क्रूज़ कंट्रोल, रियर पार्किंग सेंसर और टायर प्रेशर मॉनिटरिंग जैसे फीचर्स हैं। टचस्क्रीन इंफोटेनमेंट सिर्फ म्यूजिक के लिए ही नहीं, बल्कि इसमें ऑफ-रोड स्टैट्स, रियल टाइम टिल्ट और कंपास भी दिखते हैं।
क्या थार सिर्फ वीकेंड के लिए है?
थार की सबसे बड़ी खूबी अब भी इसके ऑफ-रोडिंग गुण हैं। लेकिन अब यह रोज़ाना की जरूरतों के लिए भी काफी हद तक काम की है। लोग इसे ऑफिस जाने, ग्रोसरी लाने और शहर में चलाने के लिए भी इस्तेमाल कर रहे हैं।
हालाँकि, कुछ बातें ध्यान देने योग्य हैं:
पीछे की सीटें छोटी हैं
बूट स्पेस छोटा है
राइड क्वालिटी मज़बूत है
माइलेज बहुत अच्छा नहीं है
किसके लिए है थार?
अगर आपकी ज़िंदगी में ज्यादातर समय शहर का ट्रैफिक, ऑफिस का आना-जाना और परिवार की जिम्मेदारियाँ शामिल हैं, तो थार में थोड़ा समझौता करना होगा। लेकिन अगर आप लंबी हाइवे ट्रिप्स पसंद करते हैं या कभी भी ऑफ-रोडिंग पर निकल जाना चाहते हैं, तो थार आपके लिए एक शानदार विकल्प है।
नतीजा
महिंद्रा थार अब सिर्फ वीकेंड कार नहीं रही। यह उन लोगों के लिए खास है जो अपनी रोज़मर्रा की जिंदगी में भी रोमांच का तड़का चाहते हैं। यह बड़े परिवार या हर पैसे की गिनती करने वालों के लिए सही विकल्प नहीं है, लेकिन जिनको स्टाइल, सुरक्षा और “गो-एनीवेयर” SUV चाहिए, उनके लिए थार एक बेहतरीन साथी है।