हाल ही में व्हाट्सएप और सोशल मीडिया पर एक 30 सेकंड का वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है. इस वीडियो में दावा किया जा रहा है कि भारत सरकार ने छठ पूजा के मौके पर सभी मोबाइल यूज़र्स को 3 महीने का फ्री मोबाइल रिचार्ज देने की घोषणा की है. वीडियो में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का नाम लेते हुए कहा जा रहा है कि यह “छठ पूजा स्पेशल ऑफर” है, जिसे हर भारतीय नागरिक ले सकता है. लेकिन अब सरकार की तरफ से इस दावे को पूरी तरह फेक और भ्रामक बताया गया है.
वीडियो में क्या दावा किया गया था
यह वीडियो न्यूज बुलेटिन की तरह बनाया गया है ताकि देखने वाले को यह असली खबर लगे. वीडियो में कहा गया है कि “भारत सरकार ने छठ पूजा के मौके पर सीमित समय के लिए एक स्कीम शुरू की है जिसमें हर मोबाइल यूज़र को तीन महीने का मुफ्त रिचार्ज मिलेगा.” वीडियो में लोगों से यह भी कहा गया है कि “इस संदेश को आगे भेजें ताकि आप इस योजना का फायदा उठा सकें.” यही तरीका वीडियो को और असली जैसा बनाता है और लोग इसे बिना जांचे-परखे शेयर करने लगते हैं.
PIB Fact Check ने बताई सच्चाई
PIB Fact Check, जो कि भारत सरकार की आधिकारिक फैक्ट चेक एजेंसी है, ने इस वीडियो को लेकर X (Twitter) पर एक पोस्ट किया. PIB ने साफ कहा कि भारत सरकार ने ऐसी कोई भी योजना जारी नहीं की है. यह वीडियो पूरी तरह फर्जी (Fabricated) है और लोगों को ऐसे झूठे दावों पर विश्वास नहीं करना चाहिए. PIB ने यह भी चेतावनी दी कि हर साल बड़े त्योहारों जैसे दीवाली, छठ पूजा, या होली के समय ऐसे फेक स्कीम वाले वीडियो या मैसेज फैलाए जाते हैं ताकि लोगों को धोखा दिया जा सके.
फेस्टिव सीजन में बढ़ते हैं ऐसे फेक स्कैम
त्योहारों के मौसम में लोगों का भरोसा जीतने के लिए ठग ऐसे वीडियो को असली सरकारी घोषणा जैसा बनाकर सोशल मीडिया पर शेयर करते हैं. ये क्लिप्स आमतौर पर ऐसी बातें करती हैं जैसे-
* “ऑफर सिर्फ सीमित समय के लिए है.”
* “संदेश को दूसरों को भेजें ताकि आप लाभ पा सकें.”
* “नीचे दिए लिंक पर क्लिक करें और रजिस्टर करें.”
लेकिन सच यह है कि ऐसे लिंक अक्सर फेक वेबसाइट या मालिशियस पेज पर ले जाते हैं, जो आपकी पर्सनल जानकारी या बैंक डिटेल्स चुराने का प्रयास करते हैं.
सच जानने का सही तरीका
अगर आपको कोई वीडियो, मैसेज या इमेज किसी सरकारी योजना से जुड़ा दिखे, तो उसे आगे भेजने से पहले आप उसे PIB Fact Check या भारत सरकार के आधिकारिक पोर्टल्स पर भेजकर जांच सकते हैं. PIB का उद्देश्य ही यही है कि लोग फेक न्यूज और अफवाहों से बचें.
जनता के लिए जरूरी संदेश
त्योहारों के समय फेक न्यूज फैलाने वाले लोग जनता की भावनाओं और सरकार पर भरोसे का फायदा उठाने की कोशिश करते हैं. इसलिए अगर कोई वीडियो या संदेश बहुत “अच्छा” या “अविश्वसनीय ऑफर” जैसा लगे, तो तुरंत सोचें कि क्या यह असली है? हमेशा सिर्फ सरकारी वेबसाइट या वेरिफाइड सोशल मीडिया अकाउंट्स से मिली जानकारी पर ही भरोसा करें और सबसे जरूरी- ऐसे फेक वीडियो या मैसेज को कभी भी फॉरवर्ड न करें.
The Takeaway
“छठ पूजा पर फ्री मोबाइल रिचार्ज” का वायरल वीडियो पूरी तरह फर्जी है. भारत सरकार ने ऐसी कोई स्कीम जारी नहीं की है. यह सिर्फ एक फेक न्यूज़ ट्रिक है जो लोगों को भ्रमित करने के लिए बनाई गई है. सावधान रहें, सोच-समझकर शेयर करें, और भरोसा सिर्फ ऑफिशियल सोर्सेज पर ही करें.

