मुंबई के 19 साल के ध्रव्य शाह ने वह कर दिखाया है जो बड़े-बड़े प्रोफेशनल्स का सपना होता है. जहां एक ओर उनके हमउम्र बच्चे IIT की तैयारी में जुटे हैं, वहीं ध्रव्य ने अपनी AI स्टार्टअप Supermemory से दुनिया के सबसे बड़े टेक हब – सिलिकॉन वैली – में अपनी पहचान बना ली है.
IIT की तैयारी छोड़ी और बनाई Supermemory
ध्रव्य शाह पहले IIT की परीक्षा की तैयारी कर रहे थे, लेकिन उनकी रुचि तकनीक और कोडिंग में थी. इसी दौरान उन्होंने एक ट्विटर ऑटोमेशन टूल बनाया जो ट्वीट्स को सुंदर स्क्रीनशॉट में बदल देता था. इस टूल को उन्होंने Hypefury नाम की सोशल मीडिया कंपनी को बेच दिया. इससे उन्हें आर्थिक मदद मिली और वे अमेरिका पढ़ाई के लिए चले गए.
हर हफ्ते बनाया नया प्रोजेक्ट
अमेरिका पहुंचने के बाद उन्होंने Arizona State University में पढ़ाई शुरू की, लेकिन पारंपरिक पढ़ाई में सीमित न रहते हुए उन्होंने खुद को चुनौती दी – “हर हफ्ते एक नया प्रोजेक्ट बनाना.” उन्होंने लगातार 40 हफ्तों तक हर हफ्ते एक नया प्रोजेक्ट बनाया. इन्हीं प्रयोगों के दौरान Supermemory का पहला वर्जन तैयार हुआ, जो शुरुआत में ट्विटर बुकमार्क्स से जुड़ा एक चैटबॉट था.
क्या है Supermemory?
Supermemory एक ऐसा AI प्लेटफॉर्म है जो AI मॉडलों को याद रखने और पुरानी जानकारी को पहचानने में मदद करता है. आमतौर पर ChatGPT जैसे AI सिस्टम एक बातचीत या सेशन के बाद जानकारी भूल जाते हैं. लेकिन Supermemory की मदद से ये सिस्टम लंबे समय तक डाटा याद रख सकते हैं और यूज़र्स को पर्सनलाइज़्ड जवाब दे सकते हैं.
यह प्लेटफॉर्म डॉक्युमेंट्स, ईमेल्स, चैट्स, फाइल्स और PDF जैसी किसी भी जानकारी को “मेमोरी” में बदल देता है. इससे AI को उपयोगकर्ता की जरूरतें बेहतर समझने और लगातार सीखने में मदद मिलती है.
Google के बड़े अधिकारियों से मिला फंड
ध्रव्य शाह की कंपनी Supermemory को हाल ही में $3 मिलियन (करीब ₹25 करोड़) का सीड फंड मिला है. इस फंडिंग में Susa Ventures, Browder Capital, और SF1.vc जैसी बड़ी कंपनियां शामिल हैं. इसके अलावा, निवेश करने वालों में Google AI Chief Jeff Dean, DeepMind के Logan Kilpatrick, Cloudflare के CTO Dane Knecht, और DoNotPay के संस्थापक Joshua Browder जैसे नाम शामिल हैं.
मिला अमेरिका का O-1 वीजा
सिर्फ 19 साल की उम्र में ध्रव्य शाह को O-1 वीजा मिला है, जो केवल उन्हीं लोगों को दिया जाता है जिनके पास अपने क्षेत्र में असाधारण प्रतिभा होती है. यह वीजा आमतौर पर वैज्ञानिकों, बिजनेस इनोवेटर्स, कलाकारों और एथलीट्स को दिया जाता है.
कहां इस्तेमाल हो रही है Supermemory?
Supermemory की तकनीक का इस्तेमाल पहले से कई कंपनियां कर रही हैं, जैसे –
Cluely (a16z-backed startup)
AI Video Editor Montra
AI Search Engine Scira
साथ ही, यह प्लेटफॉर्म रोबोटिक कंपनियों के साथ भी काम कर रहा है ताकि रोबोट्स अपने विजुअल अनुभव याद रख सकें.