बिहार विधानसभा चुनाव 2025 का माहौल गर्म है. पहले चरण की वोटिंग से पहले हर पार्टी अपने-अपने नेताओं के दम पर जनता को लुभाने की कोशिश कर रही है. लेकिन इस बार प्रचार का अंदाज़ थोड़ा अलग है. सोशल मीडिया पर रील्स और वीडियो में बिहार के बड़े नेताओं की करोड़ों की लग्जरी कारें चर्चा में हैं. कोई फॉर्च्यूनर में घूम रहा है तो कोई डिफेंडर या लैंड क्रूजर में. यह नज़ारा देखकर लोगों के मन में सवाल उठना लाज़मी है कि आखिर ये ‘गरीब राज्य’ के नेता इतनी महंगी गाड़ियों के शौकीन कैसे बन गए?
अनंत सिंह की Land Cruiser और खेसारी लाल की Defender
हाल ही में मोकामा सीट से जेडीयू प्रत्याशी अनंत सिंह ने चुनाव प्रचार से पहले एक बुलेटप्रूफ लैंड क्रूजर 300 खरीदी है, जिसकी कीमत ₹3 करोड़ से भी ज्यादा बताई जा रही है. वहीं भोजपुरी स्टार खेसारी लाल यादव और पवन सिंह भी चुनाव प्रचार के लिए लैंड रोवर डिफेंडर में नज़र आ रहे हैं. इन सबके बीच छोटे-बड़े नेताओं का काफिला टोयोटा फॉर्च्यूनर और महिंद्रा स्कॉर्पियो जैसी एसयूवी से भरा हुआ है. अब हालत यह है कि बिहार के हर जिले, कस्बे और गांव की सड़कों पर महंगी गाड़ियां किसी शो रूम की तरह दिखती हैं.
महंगी कारों का चुनावी शो-ऑफ
बिहार के राजनीतिक माहौल में अब केवल भाषण या वादे नहीं, बल्कि लग्जरी का जलवा भी वोट बैंक बनाने का जरिया बन चुका है. नेताओं के काफिलों में अब टोयोटा इनोवा हाईक्रॉस, थार, रेंज रोवर, बीएमडब्ल्यू, मर्सिडीज, और टोयोटा एलसी 300 जैसी गाड़ियां आम हो चुकी हैं. यहां तक कि कई उम्मीदवार अब कैरेवन वैन का इस्तेमाल करने लगे हैं, जिनमें सोने, बैठने, खाने और आराम करने की पूरी सुविधा होती है. ये सब देखकर जनता यही सोचती है कि आखिर जनता की गाड़ियां सड़कों के गड्ढों में फंसी रहती हैं और नेता करोड़ों की कारों में घूमते हैं!
जनता बस देखती रह जाती है…
जब ये लग्जरी कारों का काफिला बिहार की गलियों से गुजरता है, तो लोग हैरानी से देखते रह जाते हैं. जिस प्रदेश को अभी भी गरीबी और बेरोजगारी से जूझता कहा जाता है, वहां के नेता करोड़ों की गाड़ियों में जनता से वोट मांगने आते हैं.
जनता के मन में सवाल उठता है- क्या ये गाड़ियां जनता के पैसे से खरीदी गई हैं या यह सिर्फ पावर और स्टेटस दिखाने का तरीका है? सच यही है कि बिहार की सामाजिक और आर्थिक स्थिति भले ही कमजोर हो, लेकिन नेताओं की शान और ठाठ किसी बॉलीवुड स्टार से कम नहीं.