Apple Launch Event 2025 : Apple का इस साल का लॉन्च इवेंट 9 सितंबर को होने वाला है, जिसे कंपनी ने नाम दिया है ‘Awe-draping’, नाम से लगता है कि कुछ चौंकाने वाला आने वाला है, लेकिन रिपोर्ट्स कुछ और कहती हैं। इस बार भी iPhone 17 सीरीज में बड़े ब्रेकथ्रू की जगह केवल डिजाइन और परफॉर्मेंस में मामूली सुधार देखने को मिल सकते हैं।
ऐसा कहा जा रहा है कि iPhone 17 Air – अब तक का सबसे पतला iPhone होगा। वहीं इसमें 24MP सेल्फी कैमरा और प्रो मॉडल में 8K वीडियो रिकॉर्डिंग 5000mAh+ बैटरी और फास्ट चार्जिंग होगी। AI फीचर्स की बात करें तो जैसे स्मार्ट फोटो एडिटिंग, ऑटो-समरी और जेनमोजी होगी। साथ ही इस फोन की एक्सपैक्टेड कीमतें ₹79,900 से शुरू होकर ₹1.64 लाख तक जा सकती हैं।
इनोवेशन की धीमी रफ्तार
स्टीव जॉब्स ने एक बार कहा था – “लोगों को वो चीजें दो, जिनके बारे में उन्हें पता भी नहीं कि उन्हें चाहिए।” इसी सोच से iPod, iPhone और iPad जैसे प्रोडक्ट्स बने। लेकिन जॉब्स के 2011 में निधन के बाद, Apple ने भले ही प्रॉफिट कमाया हो लेकिन, इनोवेशन के मामले में उसकी चमक फीकी पड़ी है।
“टिम कुक के वजह से कंपनी की वैल्यू जरूर 3 ट्रिलियन डॉलर तक पहुंची, लेकिन AirPods, Apple Watch और Vision Pro जैसे प्रोडक्ट्स वो बात नहीं ला सके जो पहले iPhone ने लाई थी। आज के iPhone अपग्रेड्स छोटे और प्रेडिक्टेबल हो चुके हैं – बेहतर चिप, बेहतर कैमरा और थोड़ा स्लिम बॉडी।”
Samsung ने मारी बाजी
जहां Apple छोटे-छोटे अपग्रेड्स में उलझा है, वहीं Samsung ने गेम को ही बदल दिया है। फोल्डेबल फोन्स, AI-बेस्ड यूजर एक्सपीरियंस और फास्ट चार्जिंग जैसी टेक्नोलॉजी के साथ Samsung पहले से कहीं ज्यादा मजबूत नजर आ रहा है।
Samsung आगे क्यों?
पहला फोल्डेबल फोन – Galaxy Z Fold और Flip 2019 में लॉन्च।
AI लीडरशिप – Galaxy AI में रियल-टाइम ट्रांसलेशन, स्मार्ट फोटो एडिटिंग।
फास्ट टेक ट्रेंड एडॉप्शन – खुद के कंपोनेंट्स, तेजी से प्रोडक्ट्स में इम्प्लीमेंटेशन।
क्या Apple फ्यूचर के लिए तैयार है?
Apple अभी भी फोल्डेबल डिवाइसेज से दूर है, जबकि यूजर्स अब ऐसे फॉर्म फैक्टर की डिमांड करने लगे हैं। रिपोर्ट्स के अनुसार Apple 2026 में पहला फोल्डेबल iPhone लॉन्च कर सकता है, लेकिन तब तक Samsung काफी आगे निकल चुका होगा।
कुछ प्लान्स जो हो सकते हैं गेम-चेंजर:
iPhone Fold – 2026 तक लॉन्च की संभावना।
सस्ता Vision Pro – भारत जैसे मार्केट के लिए बजट वाला वर्जन।
Apple Intelligence का विस्तार – AI-फोकस्ड iOS फीचर्स में विस्तार।
Apple के पास ब्रांड पावर और इकोसिस्टम जरूर है, लेकिन अगर वो जल्दी इनोवेशन नहीं लाता, तो उसका मार्केट शेयर घट सकता है। नोकिया और ब्लैकबेरी भी कभी इंडस्ट्री के लीडर थे, लेकिन इनोवेशन की कमी ने उन्हें इतिहास बना दिया।