पिछले कुछ महीनों से दुनिया देख रही है कि वैभव सूर्यवंशी अपने बल्ले से क्या कर सकते है. IPL से लेकर अंडर-19 और इमर्जिंग टूर्नामेंट तक, वैभव सूर्यवंशी ने दुनिया के अलग-अलग हिस्सों में अपनी बैटिंग का हुनर दिखाया है. लेकिन सिर्फ़ उनकी बैटिंग ही नही वैभव में अपनी बातों से भी दिल जीतने की काबिलियत है. अंडर-19 एशिया कप के पहले ही मैच में शानदार सेंचुरी बनाने के बाद वैभव ने ठीक ऐसा ही किया है. यह बताकर कि स्लेजिंग से उन्हें बिल्कुल भी फर्क नहीं पड़ता है.
सेंचुरी बनाने के बाद अपनी बातों से दिल जीतना
दुबई में ICC एकेडमी में वैभव सूर्यवंशी ने टूर्नामेंट के पहले मैच में UAE के खिलाफ शानदार सेंचुरी बनाई और 171 रन बनाए है. वैभव ने ये रन सिर्फ़ 95 गेंदों में बनाए, जिसमें 14 छक्के और 9 चौके शामिल थे. कुल 23 बाउंड्री उन्होंने 56 गेंदों में अपनी सेंचुरी पूरी की और अपने छोटे से करियर का सबसे बड़ा स्कोर भी बनाया है. इस पारी की वजह से भारतीय टीम को जीत मिली और वैभव को प्लेयर ऑफ़ द मैच चुना गया है.
मैच के बाद जब वैभव अपना अवॉर्ड लेने गए, तो उनसे एक खास सवाल पूछा गया है कि जब वैभव बैटिंग कर रहे थे, तो UAE का विकेटकीपर स्टंप के पीछे से कुछ कहकर उन्हें डिस्ट्रैक्ट करने की कोशिश कर रहा था. जब उनसे पूछा गया कि इसके बावजूद उन्होंने अपना फोकस कैसे बनाए रखा, तो वैभव ने कहा, ‘सर मैं बिहार से आता हूं इसलिए कोई पीछे से कुछ भी कहे, मुझे फर्क नहीं पड़ता है. बात करते रहना विकेटकीपर का काम है. मेरा फोकस अपनी बैटिंग पर था.’
वैभव रिकॉर्ड भी बना रहे है
इस एक बयान से यह साबित हो गया कि 14 साल की उम्र में भी वैभव सूर्यवंशी यह साफ समझते हैं कि दुनिया हमेशा कुछ न कुछ कहेगी, लेकिन अपने काम पर फोकस करना जरूरी है. यह युवा बल्लेबाज साफ तौर पर इसे अमल में ला रहा है, और इसके नतीजे उसकी बैटिंग में दिख रहे है. IPL में सेंचुरी बनाने वाले सबसे कम उम्र के और सबसे तेज भारतीय बल्लेबाज बनने के अलावा, उनके नाम यूथ ODI क्रिकेट में सबसे तेज सेंचुरी का रिकॉर्ड भी है. इसके अलावा वह हाल ही में सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में सेंचुरी बनाने वाले सबसे कम उम्र के बल्लेबाज बने है.