Akash deep:भारतीय टीम ने शुभमन गिल के कप्तानी में वो कारनामा कर दिखाया है जिसका 58 साल से इंतजार था। भारत की युवा टीम ने एजबेस्टन के मैदान पर इंग्लैंड को टेस्ट मैच में हरा दिया। इस जीत में भारत के तेज गेंदबाज आकाश दीप ने बड़ी भूमिका निभाई। उन्होने इस टेस्ट में 10 विकेट अपने नाम कर के इतिहास रच दिया। जीत के बाद हर किसी के जुबान पर आकाश दीप का नाम था। लेकिन आकाश दीप के जुबान और मन में कोई और था। जीत के भारत के तेज गेंजबाज ने ऐसा खुलासा किया जिसे सुन हर किसी के रोंगटे खड़े हो गए। आकाश ने बताया कि उनकी बहन कैंसर से जूझ रही हैं और यह जीत उन्हीं के लिए थी।
बार-बार आ रही थी याद
टीम इंडिया की जीत के बाद आकाश दीप ने टीम इंडिया के अपने सीनियर और इंग्लैंड में कई टेस्ट मैच खेल चुके चेतेश्वर पुजारा से खास बातचीत में यह खुलासा किया। आकाश ने बताया कि उनकी बहन पिछले 2 महीने से कैंसर से जूझ रही हैं और मैच के दौरान उन्हें बार-बार उनकी याद आ रही थी। आकाश ने कहा, “मैंने यह बात अभी तक किसी को नहीं बताई है। मैं यह जीत अपनी बहन को समर्पित करना चाहता हूं। वह पिछले 2 महीने से कैंसर से जूझ रही हैं।”
Family is everything!
Akash Deep dedicates this win to his sister battling cancer. 🙌#SonySportsNetwork #GroundTumharaJeetHamari #ENGvIND #NayaIndia #DhaakadIndia #TeamIndia #ExtraaaInnings pic.twitter.com/teMNeuYLMP
— Sony Sports Network (@SonySportsNetwk) July 6, 2025
मैं जब भी बॉल पकड़ रहा था, तो उसका ही चेहरा याद आ रहा था-आकाश दीप
उन्होंने आगे राहत जताते हुए कहा कि उनकी बहन अब थोड़ी बेहतर है। आकाश दीप ने कहा, “वो अभी थोड़ा ठीक है, थोड़ा स्थिर है। वो मेरे प्रदर्शन से सबसे ज्यादा खुश होगी. वो पिछले दो महीनों में मानसिक तौर पर बहुत कुछ झेल चुकी है। मैं जब भी बॉल पकड़ रहा था, तो उसका ही चेहरा याद आ रहा था। मैं उसके चेहरे पर खुशी लाना चाहता था. ये जीत मैं उसे डेडिकेट करता हूं।”
336 रनों से मुकाबले को अपने नाम किया भारत
एजबेस्टन टेस्ट के आखिरी दिन रविवार 6 जुलाई को भारतीय टीम ने इंग्लैंड को सिर्फ 271 रनों पर ढेर कर दिया और मैच को 336 रनों के बड़े अंतर से जीतकर सीरीज 1-1 से बराबर कर ली। आकाश दीप ने आखिरी दिन 4 विकेट लिए और इस तरह पारी में कुल 6 विकेट अपने नाम किए। दाएं हाथ के इस तेज गेंदबाज ने पहली पारी में भी 4 विकेट लिए थे और इस तरह 10 विकेट लेकर अपने नाम एक रिकॉर्ड दर्ज किया। वह इंग्लैंड में एक टेस्ट में 10 विकेट लेने वाले सिर्फ दूसरे भारतीय गेंदबाज बन गए।