Lionel Messi: फुटबॉल के महान खिलाड़ी लियोनेल मेसी के बयान ने करोड़ों दिलों की धड़कनें बढ़ा दी हैं। 38 साल के सुपरस्टार ने संकेत दिया है कि सितंबर को ब्यूनस आयर्स के एस्टादियो मोन्यूमेंटल स्टेडियम में वेनेजुएला के खिलाफ होने वाला वर्ल्ड कप क्वालिफायर मैच उनका आखिरी घरेलू मुकाबला हो सकता है। लीग कप सेमीफाइनल में इंटर मियामी की हालिया जीत के बाद एप्पल टीवी से बात करते हुए, अर्जेंटीनी स्टार ने एस्टाडियो मोनुमेंटल में हुए इस मैच को एक बेहद खास और निजी मायने से भरपूर मौका बताया।
यह मेरे लिए बहुत ही खास मैच-मेसी
उन्होंने लीग कप सेमीफाइनल में ऑरलैंडो सिटी पर इंटर मियामी की जीत के बाद पत्रकार एंटोनेला गोंजालेज से कहा “यह मेरे लिए बहुत ही खास मैच होगा। यह मेरे लिए मेरा आखिरी क्वालिफायर गेम हो सकता है। मुझे नहीं पता इसके बाद कोई फ्रेंडली या दूसरे मैच होंगे या नहीं,लेकिन इस मैच के लिए मेरा पूरा परिवार मेरे साथ रहेगा। मेरी पत्नी, मेरे बच्चे, मेरे माता-पिता, मेरे भाई-बहन और मेरी पत्नी के सभी रिश्तेदार स्टेडियम में मौजूद रहेंगे। उसके बाद, जैसा कि मैंने कहा, मुझे नहीं पता कि क्या होगा, लेकिन हम इसी मानसिकता के साथ मैदान में उतरेंगे। धन्यवाद, ।”
हालांकि अर्जेंटीना ने 35 अंकों के साथ दक्षिण अमेरिकी क्वालीफाइंग तालिका में शीर्ष स्थान हासिल करके 2026 विश्व कप में अपनी जगह पक्की कर ली है।
मेसी का क्वालीफायर रिकॉर्ड
मेसी ने अब तक 193 अंतरराष्ट्रीय मैच खेले हैं। इनमें से उन्होंने विश्व कप क्वालीफायर में 31 गोल किए हैं। 2022 कतर विश्व कप जीतकर उन्होंने अर्जेंटीना को 36 साल बाद विश्व चैंपियन बनाया। यह उनके करियर की अब तक की सबसे बड़ी उपलब्धि मानी जाती है। मेसी 9 सितंबर को इक्वाडोर के खिलाफ भी क्वालीफायर खेल सकते हैं, लेकिन वह मैच विदेश में होगा। इसलिए, 4 सितंबर शायद आखिरी बार होगा जब ब्यूनस आयर्स के दर्शक अपने हीरो को घरेलू क्वालीफायर में खेलते हुए देखेंगे।
ऐतिहासिक उपलब्धि पर मेसी की नज़रें
उम्मीद है कि वह 9 सितंबर को इक्वाडोर के खिलाफ अर्जेंटीना के अगले क्वालीफायर में हिस्सा लेंगे, लेकिन चूँकि यह मैच घर से बाहर होगा, इसलिए 4 सितंबर के मैच का महत्व और भी बढ़ जाता है। हालांकि मेस्सी ने अभी तक कोई औपचारिक सेवानिवृत्ति की घोषणा नहीं की है, लेकिन यह क्षण अर्जेंटीना फुटबॉल इतिहास में एक युग के समापन का प्रतीक प्रतीत होता है।
फुटबॉल के टॉप गोलस्कोरर्स
- क्रिस्टियानो रोनाल्डो (पुर्तगाल) – 221 मैच, 138 गोल
- लियोनल मेसी (अर्जेंटीना) – 193 मैच, 112 गोल
- अली दाई (ईरान) – 148 मैच, 108 गोल
- सुनील छेत्री (भारत) – 155 मैच, 95 गोल
- रोमेलू लुकाकू (बेल्जियम) – 124 मैच, 89 गोल