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Tulsi Mata Ki Aarti : 2 नवंबर तुलसी विवाह के दिन जलाएं घी का दीपक, जरूर पढ़ें आरती

Tulsi Mata Ki Aarti In Hindi : कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की द्वादशी तिथि पर भगवान विष्णु के रूप शालिग्राम का विवाह तुलसी जी हुआ था. इसलिए इस दिन भगवान विष्णु केे साथ-साथ मां तुलसी की पूजा होती हैं. इस दिन तुलसी के पौधे के पास घी का दीवृपक जलाना चाहिए और साथ ही तुलसी जी की आरती भी पढ़नी चाहिए.

By: chhaya sharma | Published: October 31, 2025 11:17:15 PM IST



Kab hai Tulsi Vivah 2025: कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की द्वादशी तिथि पर तुलसी विवाह कराया जाता है और साल 2025 में तुलसी विवाह 2 नवंबर के दिन होगा. पौराणिक कथाओं के अनुसार इस दिन भगवान विष्णु के रूप शालिग्राम का विवाह तुलसी जी हुआ था. इसलिए इस दिन भगवान विष्णु के साथ-साथ मां तुलसी की पूजा होती हैं. 

तुलसी के पौधे की करें पूजा

कहा जाता है कि जिस घर में तुलसी का पौधा होता है, वहां नकारात्मक ऊर्जा प्रवेश नहीं करती. वही कार्तिक का महीना तुलसी पूजा के लिए सबसे अहम होता है और तुलसी विवाह के दिन तुलसी की पूजा आरती और दीपक करने से लाखों बार पूजा करने जीतना फल मिलता हैं. ऐसे में आप तुलसी विवाह के दिन भगवान विष्णु जी के साथ-साथ माता लक्ष्मी जी की पूजा करें. साथ ही इस दिन तुलसी के पौधे के पास घी का दीपक जलाए और मां तुलसी जी की आरती पढ़ें 

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माता तुलसी की आरती (Tulsi Mata Ki Arti)

जय जय तुलसी माता, मैया जय तुलसी माता ।
सब जग की सुख दाता,
सबकी वर माता ॥
॥ जय तुलसी माता… ॥
सब योगों से ऊपर,
सब रोगों से ऊपर ।
सबकी भव त्राता ॥
॥ जय तुलसी माता…।। 
बटु पुत्री है श्यामा, सूर बल्ली है ग्राम्या ।
विष्णुप्रिय जो नर तुमको सेवे सो नर तर जाता ॥
॥ जय तुलसी माता… हरि के शीश विराजत, त्रिभुवन से हो वंदित । 
पतित जनों की तारिणी, तुम हो विख्याता ॥
॥ जय तुलसी माता…।। 
लेकर जन्म विजन में, आई दिव्य भवन में । 
मानव लोक तुम्हीं से,
सुख-संपति पाता ॥
॥ जय तुलसी माता…
हरि को तुम अति प्यारी, श्याम वर्ण सुकुमारी ।
प्रेम अजब है उनका, तुमसे कैसा नाता ॥
हमारी विपद हरो तुम, कृपा करो माता ॥
॥ जय तुलसी माता…।॥जय जय तुलसी माता, मैया जय तुलसी माता । 
सब जग की सुख दाता, सबकी वर माता ॥

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Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारियों का हम यह दावा नहीं करते कि ये जानकारी पूर्णतया सत्य एवं सटीक है. पाठकों से अनुरोध है कि इस लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें. Inkhabar इसकी सत्यता का दावा नहीं करता है.

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