Shardiya Navratri 2025: नवरात्रि के 9 दिनों के दौरान अगर कोई महिला व्रत रख रही है और उसी बीच आपको पीरियड आ जाए तो उस स्थिति में क्या किया जाना चाहिए? पूजा करनी चाहिए, व्रत को तोड़ना चाहिए जैसे कई सवाल महिलाओं के मन में आते हैं. तो आइए विस्तार से जानते हैं कि ऐसी स्थिति में क्या करना चाहिए?
पीरियड्स में हैं तो क्या करें?
क्या पूजा सामग्री नहीं छूनी चहिए?
नवरात्रि व्रत के दौरान अगर किसी महिला को पीरियड्स आ जाते हैं, तो उन्हें मंदिर में जाकर पूजा-पाठ करने और पूजन सामग्री न छूने की सलाह दी जाती है. पर आपको परेशान होने की जरूरत नहीं हैं आप मानसिक रूप से मां दुर्गा का जाप करें और माता रानी से प्रार्थना भी कर सकती हैं. मंत्र जाप और प्रार्थना पीरियड्स के दौरान भी की जा सकती है.
मंत्रों का जाप कर सकते हैं या नहीं?
नवरात्रि के व्रत का फल पूरी तरीके से पाने के लिए आप मानसिक रूप से मां दुर्गा का स्मरण करें और मंत्रों का जाप कर सकती हैं. वहीं जब आपको पीरियड्स खत्म हो जाएं तो आप शुद्ध होकर माता रानी की पूजा-अर्चना कर सकती हैं.
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पीरियड्स में हैं तो किससे कराएं पूजा?
अगर आपके घर पर कोई पुरुष या परिवार का अन्य सदस्य है तो आप उनसे भी पूजा और आरती करवा सकती हैं. अगर आपने व्रत का संकल्प लिया है तो पीरियड्स आने के बाद भी आपको व्रत तोड़ने की जरूरत नहीं है.
क्या कहती हैं धार्मिक मान्यताएं?
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार मन में भगवान के प्रति आस्था होना ज्यादा जरूरी है. पीरियड्स एक शारीरिक प्रक्रिया है और ये आपका व्रत नहीं तोड़ती है. माता रानी आपकी आस्था और उनके प्रति प्रेम को समझेंगी और आप पर उतनी ही कृपा करेंगी जितनी अपने सभी भक्तों पर करती हैं.
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