Home > धर्म > सांवलिया सेठ मंदिर में बना नया रिकॉर्ड, मंदिर में दान के रूप में आएं इतने करोड़ रुपये, सामने आया हैरान करने वाला आंकड़ा

सांवलिया सेठ मंदिर में बना नया रिकॉर्ड, मंदिर में दान के रूप में आएं इतने करोड़ रुपये, सामने आया हैरान करने वाला आंकड़ा

Shri Sanwaliya Seth Temple: इसके अलावा, मंदिर के दान कार्यालय ने 6,09,69,478 रुपये का दान दर्ज किया। यह नकद और मनीऑर्डर के रूप में, 1.033 किलोग्राम सोना और 124.4 किलोग्राम चांदी के साथ आया। राजकोषीय आंकड़ों के साथ, जुलाई 2025 के लिए कुल दान 1.443 किलोग्राम सोना और 204 किलोग्राम से अधिक चांदी के साथ 28,32,45,555 रुपये तक पहुँच गया।

By: Divyanshi Singh | Last Updated: August 1, 2025 2:51:22 PM IST



Rajasthan: राजस्थान में मेवाड़ के विश्व प्रसिद्ध कृष्ण धाम श्री सांवलिया सेठ मंदिर में एक बार फिर आस्था ने नया इतिहास रच दिया है। राजस्थान के चित्तौड़गढ़ जिले के मंडफिया गांव में स्थित इस विश्व प्रसिद्ध मंदिर में जुलाई माह  में 28.32 करोड़ रुपये की शानदार कमाई की। मंदिर के खजाने से प्राप्त दान और दान कार्यालय से प्राप्त चढ़ावे को मिलाकर यह लेखा-जोखा तैयार किया गया। मंदिर बोर्ड की देखरेख में छह चरणों में किया गया यह लेखा-जोखा गुरुवार को संपन्न हुआ।

राजकोषीय दान 22 करोड़ रुपये के पार

केवल मंदिर के कोष में ही 22,22,76,077 रुपये का दान आया। चतुर्दशी को राजभोग आरती के बाद शुरू हुई छह चरणों की गणना प्रक्रिया में निम्नलिखित चरण-वार संग्रह सामने आए।

  • चरण 1: 7.15 करोड़ रुपये
  • चरण 2: 3.35 करोड़ रुपये
  • चरण 3: 7.63 करोड़ रुपये (छोटे मूल्यवर्ग के 25 लाख रुपये सहित)
  • चरण 4: 3 करोड़ रुपये
  • चरण 5: 88.65 लाख रुपये
  • चरण 6 (अंतिम चरण): 20.85 लाख रुपये
  • इसके अतिरिक्त, इस अवधि के दौरान खजाने में 410 ग्राम सोना और 80.5 किलोग्राम चांदी प्राप्त हुई।

नकद और मनीऑर्डर के माध्यम से प्राप्त दान

इसके अलावा, मंदिर के दान कार्यालय ने 6,09,69,478 रुपये का दान दर्ज किया। यह नकद और मनीऑर्डर के रूप में, 1.033 किलोग्राम सोना और 124.4 किलोग्राम चांदी के साथ आया। राजकोषीय आंकड़ों के साथ, जुलाई 2025 के लिए कुल दान 1.443 किलोग्राम सोना और 204 किलोग्राम से अधिक चांदी के साथ 28,32,45,555 रुपये तक पहुँच गया।

पर्यवेक्षित और पारदर्शी गणना प्रक्रिया

गणना का अंतिम चरण श्री सांवलियाजी मंदिर बोर्ड के अध्यक्ष श्री हजारीदास वैष्णव के नेतृत्व में संपन्न हुआ।

सुरक्षा के बीच मशीनों से होती है गिनती

स्टॉक की गिनती बैंक कर्मचारियों, मंदिर ट्रस्ट और पुलिस प्रशासन की निगरानी में होती है। नकदी की गिनती स्वचालित मशीनों की मदद से की जाती है, ताकि पारदर्शिता और गति बनी रहे। पूरी प्रक्रिया के दौरान स्वच्छता, शुद्धता और सुरक्षा का विशेष ध्यान रखा जाता है।

इस राखी पर सिर्फ धागा नहीं, साथ में दें प्यार भरा गिफ्ट – जानिए वो स्मार्ट, दिल से जुड़े और किफायती गिफ्ट्स जो भाई को…

Advertisement