Hindu Marriage: शादियों में कलीरे पहनने का रिवाज अब केवल पंजाबी दुल्हनों तक सीमित नहीं रह गया है अब ये ज्यादातर हर धर्म की ब्राइडल्स अपने हाथों पर पहनने लगी हैं. खासकर ये प्रथा बॉलीवुड एक्ट्रेस जैसे सोनम कपूर, दीपका पादुकोण, प्रियंका चोपड़ा जैसी एक्ट्रेस से प्रभावित होकर लोगों ने कलीरे पहनना शुरू कर दिया है. पर क्या आप इसके पीछे की वजह जानती हैं?
दुल्हन का खास श्रृंगार होता है कलीरा
शादी के समय में होने वाले श्रृंगार का खास हिस्सा कलीरा है. नई नवेली दुल्हन 16 श्रृंगार के साथ-साथ कलीरे भी पहनती है. क्योंकि ये श्रृंगार का हिस्सा है पर आजकल ये फैशन में बदल गया है और धीरे-धीरे ट्रेंडिग बनता जा रहा है. ये आपके हाथों की शोभा को बढ़ाता है.
कलीरे का क्या है इतिहास?
बात की जाए प्राचीन समय की तो पहले कलीरे पहनने का रिवाज नहीं था बल्कि पहले के समय में दुल्हन डोली से विदा होकर जाती थी. तो कुछ लोग एक गांव से दूसरे गांव या एक शहर से दूसरे शहर विदा होकर दुल्हनें जाती थीं. तो उनके हाथ मे धागे की मदद से मखाने या नारियल बांधा जाता था. ताकि रास्ते में भूख लगने पर वो उसे खा सके क्योंकि दुल्हन विदा होकर नए घर जाती है वहां पर अपने पति के घर पर उसको तुरंत भूख लगे और वो शर्म की वजह से वहां पर कुछ कह भी नहीं सकती है. इसलिए तब से ये परंपरा शुरू हुई.
Neem Karoli Baba: कैंची धाम से लौटते वक्त ये 4 चीजें जरूर लेकर आएं, बदल सकती हैं किस्मत
कैसे नए युग में बदल गई है कलीरे पहनने की प्रथा?
पहले के समय में कलीरे सिर्फ एक साधन था जिससे बेटी भूखी न रहे. इसलिए उसके हाथ में धागे की मदद से मखाने और नारियल बांधा जाता था. ताकि जब वो डोली से विदा होकर अपने पति के घर जा रही हो, तो रास्ते में भूख लगने पर वो इन चीजों को खा सकती हो. पर जैसे-जैसे समय बदला और फैशन बदल गया वैसे ही फिर आर्टिफिशियल कलीरे मार्केट में आ गए और ये अब फैशन और ट्रेंड का हिस्सा बन गए हैं.