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Vastu Guru Manyyaa Exclusive : क्यों मनाई जाती है सावन में नाग पंचमी? जानिए इसका कारण और महत्व

Nag Panchami 2025: 29 जुलाई 2025 यानी आज नाग पंचमी है। कई लोगों के मन में सवाल होता है कि आखिर सावन में ही नाग पंचमी क्यों मनाई जाती है। आइए, इसके पीछे की वजह जानते हैं।

By: Preeti Rajput | Last Updated: July 29, 2025 1:24:03 PM IST



Nag Panchami 2025: नाग पंचमी (Nag Panchami 2025) हर साल सावन महीने के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को मनाई जाती है। इस बार नाग पंचमी 29 जुलाई 2025 को पड़ रही है। हिंदू धर्म में नागों का बहुत खास महत्व होता है, खासकर सावन में, क्योंकि यह महीना भगवान शिव को समर्पित होता है और उनके गले में वासुकी नाग विराजमान रहते हैं। ऐसे में नाग पंचमी का त्योहार शिव पूजा से भी जुड़ा हुआ है।

क्यों मनाई जाती है नाग पंचमी?

नाग पंचमी मनाने की परंपरा बहुत पुरानी है। मान्यता है कि इस दिन अगर नाग देवता की पूजा की जाए तो सर्पदोष, कालसर्प योग और अन्य ग्रह बाधाएं दूर होती हैं। इसके अलावा ये भी माना जाता है कि इस दिन पूजा करने से सांप के काटने से भी रक्षा होती है।

पौराणिक कथाओं के अनुसार, महाभारत काल में जनमेजय नाम के राजा ने अपने पिता की मृत्यु का बदला लेने के लिए नागों का यज्ञ करवाया था, जिसमें हजारों सांप मारे गए थे। तब आस्तिक मुनि ने यज्ञ को रोककर नागों की रक्षा की। उसी दिन को याद कर नाग पंचमी मनाई जाती है।

सावन में ही क्यों होती है नाग पंचमी?

सावन का महीना भगवान शिव का प्रिय महीना होता है। शिवजी को नागराज बहुत प्रिय हैं, क्योंकि उनके गले में वासुकी नाग सुशोभित हैं। माना जाता है कि इस दौरान वर्षा ऋतु चल रही होती है और नाग जमीन से बाहर आते हैं। ऐसे में उन्हें नुकसान न पहुंचे, इसलिए लोग दूध अर्पित कर पूजा करते हैं और उन्हें आदर सम्मान देते हैं। यह एक तरह से प्रकृति और जीवों के प्रति श्रद्धा और संरक्षण की भावना को भी दर्शाता है।

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नाग पंचमी पर क्या करें?

  • नाग देवता की पूजा करें और उन्हें दूध, फूल और चावल अर्पित करें।
  • अपने घर के मुख्य द्वार पर हल्दी या काले रंग से नाग का चित्र बनाएं।
  • “ॐ नमः शिवाय” या “नमः नागाय” मंत्र का जाप करें।
  • इस दिन जमीन की खुदाई, खेत जोतना या गड्ढा करना मना होता है, ताकि नागों को नुकसान न हो। 

Disclaimer: इस आलेख में दी गई जानकारियों का हम यह दावा नहीं करते कि ये जानकारी पूर्णतया सत्य एवं सटीक है। पाठकों से अनुरोध है कि इस लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। इन खबर इसकी सत्यता का दावा नहीं करता है।

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