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Mokshada Ekadashi 2025: मोक्षदा एकादशी के दिन क्या खाएं और क्या न खाएं? जानें यहां

Mokshada Ekadashi 2025: हर माह में दो एकादशी के व्रत पड़ते हैं. एकदाशी जगत के पालनहार भगवान श्री हरि विष्णु को समर्पित है. मार्गशीर्ष मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को मोक्षदा एकादशी कहा जता है. इस दिन कुरुक्षेत्र की भूमि पर भगवान श्री कृष्ण ने अर्जुन को गीता का ज्ञान दिया था. इसलिए इस दिन को गीता जयंती के रूप में भी मनाया जाता है.

By: Shivi Bajpai | Published: November 19, 2025 11:46:54 AM IST



Mokshada Ekadashi 2025: हर माह मे दो एकादशी के व्रत पड़ते हैं. एकादशी का व्रत जगत के पालनहार भगवान विष्णु के लिए रखा जाता है. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार इस दिन व्रत और पूजन करने से जीवन के सभी कष्टों से मुक्ति मिलती है. सुख-समृद्धि का वास होता है. मोक्षदा एकादशी का व्रत करने वाले  मृत्यु के बाद मोक्ष को प्राप्त करते हैं. लेकिन इस व्रत के नियम काफी कठिन हैं. 

मोक्षदा एकादशी कब है? (Mokshada Ekadashi 2025 Kab Hai)

वैदिक पंचांग के अनुसार, इस साल मार्गशीर्ष मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि की शुरुआत 30 नवंबर को रात 9 बजकर 29 मिनट पर होगी. वहीं इस तिथि का समापन अगले दिन 01 दिसंबर को सुबह 07 बजकर 01 मिनट पर होगा. इस एकादशी का व्रत 01 दिसंबर को रखा जाएगा. 

व्रत के दौरान क्या खाएं? (Mokshada Ekadashi 2025 Vrat Mei Kya Khaye)

मोक्षदा एकादशी के दिन केला, सेब, संतरा, अंगूर आदि फल खाएं जा सकते हैं. दूध, दही, पनीर का भी सेवन आप इस दिन कर सकते हैं. आलू. सिंघाड़े का आटा, कुट्टू का आटा, साबूदाना का भी सेवन इस दिन किया जा सकता है. टमाटर, गाजर, लौकी, ककड़ी आदि खाई जा सकती है. सेंधा नमक, काली मिर्च, अदरक, हरी मिर्च भी आप इस दिन खा सकते हैं.

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व्रत के दौरान क्या खाएं? (Mokshada Ekadashi 2025 Vrat Mei Kya Khaye)

मोक्षदा एकादशी के दिन चावल, गेंहू, दालें और सामान्य नमक का सेवन नहीं करना चाहिए. लहसुन, प्याज, मांस, मदिरा जैसे तामसिक भोजन से बचना चाहिए. हल्दी, हींग, राई, मेथी दाना आदि मसालों का उपयोग नहीं करना चाहिए. एकादशी के दिन बासी खाना या दोबारा गरम किया गया खाना नहीं खाना चाहिए. एक ही दिन में दो बार भोजन नहीं करना चाहिए.

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Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारियों का हम यह दावा नहीं करते कि ये जानकारी पूर्णतया सत्य एवं सटीक है. पाठकों से अनुरोध है कि इस लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें. Inkhabar इसकी सत्यता का दावा नहीं करता है.

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