Magh Mela 2026 Date: माघ माह में संगम तट पर लगने वाले मेला को माघ मेला (Magh Mela) के नाम से जाना जाता है. हिंदू धर्म में हर माह का अपना विशेष महत्व है. हिंदू कैलेंडर (Hindu Calender) के अनुसार माघ माह (Magh Month) 11वां महीना है. जो हर साल जनवरी और फरवरी के बीच आता है. इस माह को स्नान, दान के लिए महत्वपूर्ण माना जाता है. इस माह में भक्त प्रयाग स्थित गंगा, यमुना और सरस्वती नदी के त्रिवेणी संगम स्थल पर, पवित्र स्नान, दान-दक्षिणा, गौदान, और हवन आदि धार्मिक अनुष्ठान करते हैं.
माघ माह में रोज सुबह भक्त गंगा या यमुना नदी में स्नान करते हैं. मान्यताओं के अनुसार, इस काल में किये गए दान-पुण्य और धार्मिक कर्म से शुभ फल की प्राप्ति होती है. माघ माह में यह भी देखा जाता है कि में भक्त एक माह तक प्रयाग स्थित गंगा तट पर निवास करते हैं, जिसे कल्पवास कहा जाता है.
साल 2025 में माघ माह की शुरुआत 3 जनवरी, 2025, शनिवार (पौष पूर्णिमा) से होगी जिसका अंत 15 फरवरी, 2025 को महाशिवरात्रि यानि फाल्गुन माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी के दिन होगा. इस दौरान प्रयागराज में माघ मेले का आयोजन किया जाता है. इस साल यह मेला 43 दिन तक चलेगा.
माघ मेला में प्रमुख स्नान
माघ माह को स्नान के विशेष माना जाता है. इस दौरान लोग प्रयागराज में संगम तट पर स्नान करते हैं. पुराणों में प्रयागराज के संगल स्थल को पुण्यस्थल माना गया है. इस स्थान पर यह मेला हजारों साल से आयोजित किया जाता है. लोग दूर-दूर से इस मेले में भाग लेने के लिए आते हैं और संगल स्थाल पर स्नान करते हैं. जानते हैं साल 2026 में होने वाले माह माह में होने वाले माघ मेला की प्रमुख तिथियां जिनपर स्नान और दान करने का विशेष महत्व है.
प्रमुख स्नान तिथियां-
पौष पूर्णिमा- 3 जनवरी 2026
मकर संक्रांति- 15 जनवरी 2026
माघ अमावस्या (मौनी अमावस्या)- 18 जनवरी 2026
माघी पूर्णिमा- 1 फरवरी 2026
पौष पूर्णिमा-
पौष पूर्णिमा पौष माह का अंतिम दिन है. इस दिन से माघ माह की शुरुआत होती है. इस दिन लोग संगम स्थल पर विशेष स्नान के लिए आते हैं. इस दिन से कल्पवास शुरू होता है. साल 2026 में 3 जनवरी को पौष माह की पूर्णिमा है. इस दिन से श्रद्धालु संगम में डुबकी लगाकर तप की शुरुआत करते हैं. माघ माह में अनेक भक्त एक माह तक प्रयाग स्थित गंगा तट पर निवास करते हैं, जिसे कल्पवास कहते हैं.
मकर संक्रांति-
पौष माह में मकर संक्रांति का पर्व मनाया जाता है. इस दिन सूर्य मकर राशि में प्रवेश करते हैं. साल 2026 में मकर संक्रांति 14 जनवरी को है. यह माघ माह का दूसरा बड़ा स्नान होता है. इस दिन संगम स्थल पर डूबकी लगाई जाती है. मान्यता है इस दिन स्नान दान करने से पापों से मुक्ति मिलती है.
मौनी अमावस्या-
माघ माह का तीसरा बड़ा स्नान मौनी अमावस्या या माघ अमावस्या के दिन होगा. साल 2026 में मौनी अमावस्या 18 जनवरी को है. इस दिन को भी स्नान, दान के लिए शुभ और विशेष माना गया है.
बसंत पंचमी-
साल 2026 में बसंत पंचमी का पर्व 23 जनवरी को पड़ रहा है. इस दिन माघ माह का चौथा बड़ा स्नान आयोजिनत होगा. इस दिन सरस्वती पूजा के साथ-साथ संगम स्थल पर स्नान और दान का विशेष महत्व है.
माघी पूर्णिमा-
साल 2026 में माघी पूर्णिमा 1 फरवरी को है. यह माघ माह का पांचवा बड़ा स्नान है. इस दिन संगम स्थल पर पापों से मुक्ति और मोक्ष की प्राप्ति के लिए स्नान, दान किया जाता है.
महाशिवरात्रि-
माघ मेला का अंतिम दिन महाशिवरात्रि का दिन होता है. साल 2026 में महाशिवरात्रि 15 फरवरी को पड़ रही है. इस दिन भगवान शिव की आराधना की जाती है. इस दिन माघ माह का अंतिम स्नान किया जाता है. इस दिन माघ मेले का समापन होता है.