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Krishna Janmashtami 2025: भगवान कृष्ण को प्रसन्न करने और घर में शुद्धता और धन के लिए लाए ये 5 चीज़े

Janmashtami 2025: जन्माष्टमी, भगवन श्रीकृष्णा के जन्मदिन के रूप में मनाई जाती है। भगवन श्रीकृष्ण का जनम अन्याय और अत्याचार का अंत करने और धर्म की स्थापना करने के लिए हुआ। इस दिन मंदिरो और घरो में श्रीकृष्ण की झाकियां सजाई जाती है साथ ही झूला तैयार किया जाता है। भजन और कीर्तन इस दिन पवन बनाया जाता है। जन्माष्टमी पर व्रत रखने से शरीर और मन शुद्ध होते है। इस दिन व्रत रखना भगवन श्रीकृष्ण प्रसन्न होकर, भक्तो की  सभी  शुभकामनाएं पूरी करते है। व्रत के साथ साथ भगवन शिव को प्रसन्न करने के लिए घर में ये 5 जरूर लाये।

By: Ananya verma | Last Updated: August 11, 2025 2:06:47 PM IST



Janmashtami 2025: जन्माष्टमी का त्योहार भगवान श्रीकृष्णा के जन्मदिन के रूप में मनाई जाती है। भगवान श्रीकृष्ण का जन्म अन्याय और अत्याचार का अंत करने और धर्म की स्थापना करने के लिए हुआ। इस दिन मंदिरो और घरों में श्रीकृष्ण की झाकियां सजाई जाती है साथ ही झूला तैयार किया जाता हैं। भजन और कीर्तन इस दिन पवन बनाया जाता हैं। जन्माष्टमी पर व्रत रखने से शरीर और मन शुद्ध होते है। इस दिन व्रत रखना भगवन श्रीकृष्ण प्रसन्न होकर, भक्तो की  सभी  शुभकामनाएं पूरी करते है। व्रत के साथ साथ भगवन शिव को प्रसन्न करने के लिए घर में ये 5 जरूर लाये। 

कब और किस दिन मनाई जाएगी जन्माष्टमी ? (When is Janmashtami 2025?)
इस साल Janmashtami 16 August  यानि, शनिवार को मनाई जाएगी। इस दिन मंदिरों और घरों में विशेष रूप से झाकियों की सजावट की जाएगी। आधी रात को भगवान कृष्णा का जन्मोत्सव मनाया जाता है और पूजा का शुभ मुहूर्त रात 12:04 बजे से 12:47 बजे तक रहेगा। पंचांग के अनुसार अष्टमी तिथि 15 अगस्त की रात 11:49 बजे से शुरू होकर 16 अगस्त की रात 9 :34 बजे  तक रहेगी। इसलिए, कुछ लोग Krishna Janmashtami 15 अगस्त को भी मानते हैं। हालांकि ज्यादातर जगहों पर 16 अगस्त को ही जन्माष्टमी का मुख्य उत्सव मनाया जाएगा।

जन्माष्टमी के दिन लाये घर में 5 चीजे जो बना देंगी आपके इस तयोहार को शुभ और होगा घरो में श्रीकृष्ण का आगमन: 

 1. माखन-मिश्री: माखन और मिश्री, ये दोनों की भगवन श्रीकृष्णा का प्रिये भोग माना जाता है। कथाओं के अनुसार, बचपन में कान्हा को माखन चुराकर खाना बहुत पसंद था, इसी कारण उन्हें माखन-चोर भी कहा जाता है। Janmashtami के दिन ताज़ा माखन और मिश्री घर लाकर पूजा में चढ़ाने से घर में मिठास और प्रेम का वातावरण बना रहता है।

2. तुलसी का पौधा: तुलसी, भगवान विष्णु और श्रीकृष्ण दोनों को अत्यंत प्रिय है। बिना तुलसी के श्रीकृष्ण का भोग अधूरा रहता है। जन्माष्टमी के दिन तुलसी का पौधा घर लाकर उसकी स्थापना करना और पूजन करना अत्यंत शुभ माना जाता है। इससे घर में शांति का वास होता है।

3. बांसुरी: बांसुरी श्रीकृष्ण की पहचान है। यह प्रेम, करुणा और मधुरता का प्रतीक मानी जाती है। Krishna Janmashtami 2025 पर घर में चांदी, पीतल या लकड़ी की सुंदर बांसुरी लाकर मंदिर या पूजा स्थान पर रखने से रिश्तों में मिठास बढ़ती  है। साथ ही, यह घर में सुख-समृद्धि और सौभाग्य को आकर्षित करती है।

4. पीला वस्त्र: पीला रंग भगवान श्रीकृष्ण का प्रिय है और यह ज्ञान, शांति व समृद्धि का प्रतीक है। जन्माष्टमी के दिन घर में पीला वस्त्र लाकर मंदिर में चढ़ाना या श्रीकृष्ण की मूर्ति पर पहनाना शुभ माना जाता है। कहा जाता है कि इससे जीवन में खुशियां और आर्थिक उन्नति आती है।

5. शंख: शंख का वातावरण को पवित्र करता है और नकारात्मक ऊर्जा को दूर भगाता है। श्रीकृष्ण को शंखध्वनि अत्यंत प्रिय है। Janmashtami पर शंख घर लाकर पूजा के समय बजाने से घर में धार्मिक माहौल होता है। यह स्वास्थ्य और समृद्धि के लिए भी शुभ माना जाता है।

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