krishna Chhathi bhog: जन्माष्टमी के छह दिन बाद कृष्ण की छठी मनाई जाती है। इस साल यह शुभ अवसर 21 अगस्त 2025 को आ रहा है। मान्यता है कि जिस तरह किसी शिशु के जन्म के छठे दिन विशेष पूजा होती है, उसी तरह नंदबाबा के घर श्रीकृष्ण की छठी मनाई जाती है। इस दिन भक्त लड्डू गोपाल का विशेष श्रृंगार करते हैं और उन्हें प्रिय भोग अर्पित कर आशीर्वाद प्राप्त करते हैं।
छठी के दिन पांच प्रसाद खास महत्व रखते हैं। इन्हें 56 भोग जितना ही पूजनीय माना गया है। आइए जानते हैं इन 5 प्रमुख भोगों के बारे में:
1. कढ़ी-चावल
यह छठी का मुख्य भोग है। दही और बेसन से बनी कढ़ी और सादा चावल भगवान को बेहद प्रिय बताए जाते हैं। इसे सात्विक और सुपाच्य भोजन माना जाता है।
2. खीर
दूध और चावल से बनी मीठी खीर हर पूजा का अहम हिस्सा होती है। इसे अर्पित करने से घर में समृद्धि और सुख-शांति आने की मान्यता है।
3. माखन-मिश्री
बाल्यकाल से ही श्रीकृष्ण को माखन का विशेष प्रेम रहा है। इसलिए छठी पर माखन-मिश्री का भोग लगाना शुभ माना जाता है।
4. सूजी का हलवा
घी, दूध और मेवे से बना सूजी का हलवा पौष्टिक होने के साथ-साथ भगवान को भाने वाला प्रसाद है। इसे छठी पर विशेष रूप से बनाया जाता है।
5. धनिया पंजीरी
धनिया और मेवों से बनी पंजीरी छठी का पारंपरिक भोग है। इसे अर्पित करने से सेहत और सौभाग्य दोनों बढ़ते हैं।
इस दिन सुबह स्नान-ध्यान के बाद लड्डू गोपाल को पंचामृत स्नान कराया जाता है, फिर इन 5 भोगों के साथ पूजा और आरती की जाती है। श्रद्धापूर्वक छठी का व्रत और पूजा करने से घर में सुख-समृद्धि, संतान सुख और भगवान का विशेष आशीर्वाद मिलता है।
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