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Guru Parv 2025: नाम जपो, किरत करो, वंड छको जानिए क्या है इसका अर्थ और महत्व?

Guru Parv 2025: गुरु नानक जयंती सिख धर्म का सबसे महत्वपूर्ण त्योहार है. यह दिन सिख धर्म के पहले गुरु और संस्थापक गुरु नानक देव जी के जन्मदिवस के उपलक्ष्य में मनाया जाता है. बुधवार, 5 नवंबर को गुरु पर्व है. तो आइए आपको गुरु नानक देव के तीन मुख्य सिद्धांतों के बारे में बताते हैं.

By: Shivi Bajpai | Last Updated: November 4, 2025 4:31:37 PM IST



Guru Nanak Jayanti 2025: गुरु नानक जयंती, सिख धर्म के संस्थापक और पहले गुरु नानक देव जी के जन्म दिवस के उपलक्ष्य में मनाई जाती है. इसे गुरु पर्व या प्रकाश पर्व के नाम से भी जाना जाता है. जो कि सिख धर्म का सबसे प्रमुख पर्व है. हर साल कार्तिक पूर्णिमा पर गुरु नानक जयंती मनाई जाती है. इस बार ये 5 नवंबर 2025 को मनाया जाएगा. इस बार गुरु नानक देव की 556वीं वर्षगांठ मनाई जाएगी. 2 दिन चलने वाले इस महोत्सव में 48 घंटे तक गुरु ग्रंथ साहिब का अखंड पाठ किया जाता है, शोभायात्रा निकाली जाती है और बड़े-बड़े लंगर आयोजित किए जाते हैं. गुरु नानक देव जी ने अपने जीवन में कई उपदेश दिए जो मानवता, समानता और सत्य पर आधारित हैं.

गुरु नानक देव जी के सिद्धांत

गुरु नानक देव जी के तीन प्रमुख सिद्धांत थे, जो नाम जपो, किरत करो, वंड छको हैं. इन्हें आमतौर पर ‘नाम जपना’, ‘किरत करनी’, और ‘वंड छकना’ के रूप में जाना जाता है. तो आइए जानते हैं इसका क्या महत्व होता है?

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नाम जपो, किरत करो, वंड छको का अर्थ क्या होता है?

गुरु नानक जी के तीन प्रमुख सिद्धांत नाम जपना, किरत करना और वंड छकना जीवन को सार्थक बनाने का रास्ता दिखाते हैं. “नाम जपो, किरत करो, वंड छको” का मतलब है:- ईश्वर का नाम जपना (नाम जपो), ईमानदारी से मेहनत करना (किरत करो) और कमाया धन दूसरों के साथ बांटना (वंड छको). आज भी, यह सिद्धांत एक संतुलित और नैतिक जीवन से जुड़े हैं, जो भक्ति, परिश्रम और सामुदायिक सेवा पर जोर देता है.

नाम जपो: ईश्वर का स्मरण करो और उसके नाम का जाप करो. इसका मतलब है अपनी चेतना को एक उच्च शक्ति से जोड़ना.

किरत करो: ईमानदारी और कड़ी मेहनत से आजीविका कमाओ. यह सिद्धांत निष्ठा और नैतिक मूल्यों के साथ काम करने पर जोर देता है.

वंड छको: अपनी संपत्ति, भोजन और जो कुछ भी कमाया है, उसे जरूरतमंदों के साथ बांटो. यह समुदाय और समानता की भावना को बढ़ावा देता है.

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(Disclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी धार्मिक मान्यताओं पर आधारित है. इनखबर इस बात की पुष्टि नहीं करता है)

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