गणेश चतुर्थी 2025: जानें शुभ तिथि और पूजा से जुड़ी खास बातें
भारत में गणेश चतुर्थी का त्योहार हर साल बहुत उत्साह और श्रद्धा के साथ मनाया जाता है। जब भक्त अपने प्यारे गणपति बप्पा को अपने घरों में लाते हैं और दस दिनों तक उनकी सेवा करते हैं। यह त्योहार सिर्फ एक पूजा नहीं, बल्कि परिवार और दोस्तों के साथ मिलकर खुशी मनाने का एक मौका है। इस साल भी गणेश चतुर्थी का पर्व पूरे जोश के साथ मनाया जाएगा।
पूजा से जुड़ी कुछ खास मान्यताएं
गणेश चतुर्थी पर भगवान गणेश की प्रतिमा घर लाना एक बहुत ही शुभ कार्य माना जाता है। लेकिन मूर्ति लाते समय कुछ बातों का ध्यान रखना बेहद जरूरी है। सबसे पहले, कोशिश करें कि आप मिट्टी से बनी गणेश प्रतिमा ही घर लाएं। प्लास्टिक या पीओपी (प्लास्टर ऑफ पेरिस) की मूर्तियों से पर्यावरण को नुकसान पहुंचता है। जब आप मिट्टी की मूर्ति लाते हैं, तो आप न सिर्फ परंपरा का पालन करते हैं बल्कि प्रकृति का भी सम्मान करते हैं। यह एक ऐसा छोटा सा कदम है जो हमें अपने पर्यावरण से जोड़ता है और हमें पुण्य का फल भी देता है।
गणेश जी की प्रतिमा स्थापित करने का सही तरीका
घर में मूर्ति की स्थापना के लिए उत्तर या पूर्व दिशा सबसे उत्तम मानी जाती है। इन दिशाओं में मूर्ति रखने से घर में सुख, शांति और समृद्धि आती है। इसके अलावा, मूर्ति खरीदते समय यह भी ध्यान रखें कि गणेश जी की सूंड बाईं ओर मुड़ी हुई हो। बाईं ओर मुड़ी हुई सूंड वाली मूर्ति को घर के लिए बहुत शुभ माना जाता है, क्योंकि यह शांत और सुकून भरी ऊर्जा लाती है, जो परिवार में खुशहाली और सद्भाव बनाए रखती है।
गणेश जी को किस – किस जगह नहीं रखना चाहिए
अंतिम और सबसे महत्वपूर्ण बात, भगवान गणेश की मूर्ति को कभी भी किसी भी ऐसी जगह पर न रखें जहाँ गंदगी या नकारात्मकता हो, जैसे कूड़ेदान, शौचालय या बाथरूम के पास। यह भगवान का अपमान माना जाता है और इससे घर की सकारात्मक ऊर्जा प्रभावित होती है। अपने बप्पा को हमेशा एक साफ-सुथरी और पवित्र जगह पर ही विराजमान करें। इन छोटी-छोटी बातों का ध्यान रखकर आप अपनी गणेश चतुर्थी को और भी खास और फलदायी बना सकते हैं।